उत्तराखंड। उत्तराखंड से दुखद खबर आई है, केदारनाथ धाम के पास बादल फटने से मंदाकिनी नदी में भीषण बाढ़ आ गई है। इस वजह से केदारधाम से गौरीकुंड तक भक्तों में अफरा-तफरी का माहौल है। देहरादून के कुछ हिस्सों में भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। देहरादून में भारी बारिश के कारण 1 अगस्त को कक्षा 1 से 12 तक के सभी स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्र बंद रहेंगे।
उत्तराखंड के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी टिहरी ने बताया कि जखन्याली के पास नौताड़ गदेरा में बादल फटने से गदेरा के पास खुला होटल बह गया है। मुयालगांव में घनसाली-चिरबिटिया मोटर मार्ग को जोड़ने वाली पुलिया बह गई। जखन्याली के सरोली तोक में भानु प्रसाद, नीलम देवी और विपिन लापता बताए जा रहे हैं। 2 शव बरामद कर लिए गए हैं।
उत्तराखंड आपातकालीन परिचालन केंद्र ने मौसम चेतावनी अलर्ट जारी किया है। सभी से सतर्क रहने का अनुरोध किया गया है। मैदानी इलाकों में जलभराव और पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन की भी आशंका है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में हो रही भारी बारिश के संबंध में आपदा प्रबंधन सचिव से फोन पर बात की और भारी बारिश से प्रभावित क्षेत्रों तथा राहत एवं बचाव कार्यों के बारे में जानकारी प्राप्त की।
सीएम धामी ने कहा कि प्रदेश में भारी बारिश के मद्देनजर जलभराव की आशंका है। अतः ऐसी स्थिति में किसी भी प्रकार की आपदा के त्वरित समाधान के लिए प्रदेश में संचालित विभिन्न कोचिंग सेंटरों तथा ऐसे भवनों, जिनके बेसमेंट में विभिन्न प्रकार की मानवीय गतिविधियां संचालित हो रही हैं, की जांच तत्परता से की जाए तथा उनमें प्राथमिकता के साथ सुधारात्मक कार्रवाई की जाए, ताकि किसी भी प्रकार की जान-माल की हानि से बचा जा सके।
हरिद्वार जिले के रूड़की क्षेत्र के एक गांव में भारी बारिश से एक मकान ढह गया और उसके मलबे के नीचे दबने से तीन व्यक्तियों की मृत्यु हो गयी तथा आधा दर्जन से अधिक घायल हो गए।
पुलिस ने बताया कि बहादराबाद के भारपुर गांव में हुई इस घटना में कुल 12 लोगों के मलबे में दबने की सूचना मिली थी तथा मलबे को हटाने के प्रयास में पुलिस के साथ स्थानीय लोग भी जुटे हैं। घटना में घायल हुए आधा दर्जन से अधिक लोगों को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है।