रांची। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत मंगलवार सुबह राजधानी रांची पहुंचे। हटिया रेलवे स्टेशन पर इनका संघ के कार्यकर्ताओं ने भव्य स्वागत किया। यहां से भागवत सीधे सरला बिरला यूनिवर्सिटी के लिए रवाना हो गये।
आरएसएस चीफ मोहन भागवत 10 दिनों तक रांची में प्रवास करेंगे। इस दौरान वह 12 से 14 जुलाई तक अखिल भारतीय स्तर की प्रांत प्रचारकों की बैठक में हिस्सा लेंगे। मई-जून में संपन्न संघ के प्रशिक्षण वर्गों की लगभग दो माह की श्रृंखला के बाद देशभर के सभी प्रांत प्रचारक इस बैठक में मौजूद रहेंगे।
संघ की संगठन योजना में कुल 46 प्रांत बनाये गये हैं। बैठक में संघ के प्रशिक्षण वर्ग के वृत्तांत एवं समीक्षा, आगामी वर्ष की योजना का क्रियान्वयन, सरसंघचालक के वर्ष 2024-25 की प्रवास योजना जैसे विषयों पर चर्चा की जायेगी। साथ ही संघ शताब्दी वर्ष (2025-26) के आग्रह व उपक्रमों पर बैठक में विचार-विमर्श होगा।
संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले, सभी सह सरकार्यवाह डॉ। कृष्णगोपाल, सीआर मुकुंद, अरुण कुमार, रामदत्त, आलोक कुमार, अतुल लिमये समेत कार्यकारिणी के सदस्य इस बैठक में भाग लेंगे। मंगलवार को संघ की छोटी टोली की बैठक हुई। इसमें बैठकों की समय सारिणी तय की गयी।
10 जुलाई को संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी की बैठक होगी। 11 जुलाई को होने वाली बैठक में अखिल भारतीय कार्यकारिणी के साथ क्षेत्र के प्रचारक भी शामिल होंगे। 15 व 16 जुलाई को संवैचारिक संगठनों के साथ बैठक होगी।
इसमें संघ से जुड़े विश्व हिंदू परिषद, सेवा भारती, वनवासी कल्याण केंद्र, स्वदेशी जागरण जैसे संगठनों के संगठन मंत्री हिस्सा लेंगे। 17 जुलाई को बैठकों की समीक्षा की जायेगी। 18 जुलाई को सरसंघचालक मोहन भागवत विकास भारती बिशुनपुर जायेंगे। इसके बाद शाम तक वापस रांची लौट आयेंगे। 19 जुलाई को सुबह सात बजे श्री भागवत वापस लौट जायेंगे।