रांची। झारखंड की राजधानी रांची में भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता महासंघ लिमिटेड (एनसीसीएफ) के मोबाइल वैन पर उपलब्ध, “भारत आटा” उपभोक्ताओं के बीच काफी लोकप्रिय हो गया है और लोग अब “भारत चाय” और “भारत तेल” जैसे अन्य उत्पादों की मांग कर रहे हैं।
कांके रोड स्थित सीसीएल कॉलोनी में शनिवार को भारत आटा की गाड़ी पहुंचते ही खरीदारों की भीड़ उमड़ पड़ी। लोगों की सहूलियत को ध्यान में रखकर एक ही जगह तीन अलग-अलग वैन लगाये गए थे। लोगों ने भारत आटा, भारत चावल और भारत दाल (चना दाल) की जमकर खरीदारी की। रविवार को भी एक वैन भारत आटा लेकर पहुंचा। कुछ ही घंटे में सभी आटा के पैकेट बिक गए।
भारत सरकार का अधिकृत संस्थान एनसीसीएफ के अध्यक्ष विशाल सिंह का कहना है कि केंद्र सरकार ने मुद्रास्फीति को और कम करने के लिए भारत आटा योजना शुरू की, जिससे सभी के लिए 27.50 रुपये प्रति किलोग्राम की रियायती दर पर गेहूं का आटा आसानी से उपलब्ध होने लगा है, जो मौजूदा बाजार दर लगभग ब्रांड और स्थान के आधार पर 36-70 प्रति किलोग्राम से काफी कम है।
राजधानी रांची समेत झारखंड भर में NCCF के माध्यम से 60 रुपये प्रति किलोग्राम पर भारत दाल (चना दाल) के अलावा 29 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से चावल भी उपलब्ध कराया जा रहा है। सीनियर कॉपरेटर मनोज झा ने लोगों से आग्रह किया कि भीड़ बढ़ने पर लाइन लगाकर खरीदारी करें, ताकि किसी को असुविधा नहीं हो।
इधर गांधीनगर श्यामनगर निवासी, दीपक सिंह, रामाशंकर कुमार, रूपेश झा, दिनेश मिश्रा, पप्पू जी, महतो जी, सोनू और संदीप समेत कई लोगों ने कहा कि, सरकार को इस योजना का विस्तार करते हुए इसमें चाय, तेल (वनस्पति तेल) और अधिक दालों को शामिल करना चाहिए। “यह योजना सच में हमारी मदद कर रही है। अगर सरकार इस तरह की और चीज़ों पर सब्सिडी देती है, तो इससे चीज़ें और आसान हो जाएंगी।”
बढ़िया रिस्पॉन्स से खुश होकर अपने चेयरमैन विशाल सिंह को गुलदस्ता भेंट करते उनके सहयोगी।