केरल। दक्षिणी राज्य केरल में कोरोना के बाद निपाह वायरस का ‘बांग्लादेश वेरिएंट’ तेजी से पांव पसार रहा है। कल यानी बुधवार को निपाह वायरस का पांचवां मामला दर्ज किया गया। इसके बाद केरल के कोझिकोड जिले में सभी शिक्षण संस्थानों को दो दिनों के लिए बंद कर दिया गया है।
पांचवा मामला एक स्वास्थ्यकर्मी का रिपोर्ट किया गया है, जो निपाह वायरस टेस्ट में पॉजिटिव पाया गया। उम्मीद जताई जा रही है कि ICMR द्वारा सभी संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए मोनोक्लोनल एंटीबॉडीज आज गुरुवार को उपलब्ध करा दी जाएगी।
कोझिकोड जिले की DM ए गीता ने एक फेसबुक पोस्ट के माध्यम से बताया कि अगले दो दिन यहां स्कूल बंद रहेंगे। हालांकि इस दौरान छात्र शैक्षणिक संस्थान से दो दिन में ऑनलाइन पढ़ाई कर सकेंगे, लेकिन यूनिवर्सिटी एग्जाम के कार्यक्रम में कोई बदलाव नहीं होगा। बता दें कि वर्तमान में मोनोक्लोनल एंटीबॉडी ही निपाह वायरस से संक्रमित लोगों का एकमात्र इलाज है।
जानें इस वायरस के लक्षण
अगर कोई व्यक्ति निपाह वायरस से संक्रमित होता है, तो उसमें तेज बुखार, बहुत तेज सिरदर्द, सांस लेने में परेशानी, गले में दर्द जैसे लक्षण दिखाई पड़ेंगे। वहीं अगर संक्रमण का लेवल ज्यादा हो जाएगा, तो इंसान इन्सेफेलाइटिस का भी शिकार हो सकता है और इस वजह से अगले 24 से 48 घंटे में कोमा में जा सकता है। इस वायरस से संक्रमित लोगों में इसके लक्षण 5 से 14 दिन के भीतर दिख सकते हैं।
कुछ मामलों में संक्रमण 45 दिनों तक भी पाया जाता है। इस वायरस की सबसे खतनाक पहलू की बात करें, तो आपको पता भी नहीं चलेगा की आप इसकी चपेट में आ चुके हैं और कई दूसरे लोगों को अनजाने में संक्रमित भी कर देंगे।
इंसान से इंसान में यह वायरस फ़ैल रहा है। डॉक्टर्स का यह भी कहना है कि कुछ मामले ऐसे भी हो सकते हैं, जहां पर व्यक्ति निपाह से संक्रमित हो जाएगा, लेकिन उसमें कोई लक्षण दिखाई नहीं देगा।