ट्रांसफर के खिलाफ सहकारी बैंक कर्मचारी संघ का अनिश्चितकालीन महाधरना शुरू

झारखंड
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रांची। ट्रांसफर के खिलाफ झारखंड राज्य सहकारी बैंक कर्मचारी संघ के बैनर तले बैंक के मुख्यालय स्थित परिसर में कर्मचारियों का अनिश्चितकालीन महाधरना 3 अगस्‍त शुरू हो गया। संघ ने बैंक प्रबंधन पर अवैध तरीके से तबादले करने का आरोप लगाया है।

संघ का दावा है कि अनिश्चितकालीन महाधरना के कारण बैंक के रोज का कार्य प्रभावित होना शुरू हो गया है। इसके कारण करोड़ों का नुकसान हो रहा है। संघ ने कहा कि स्थांतरण को अविलम्ब रद्द करते हुए मांगों पर आश्‍वस्‍त किया जाए। ऐसा नहीं होने पर अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा।

संघ के अध्यक्ष अनिल पी पन्ना ने कहा कि बैंक में बिना स्थांतरण नीति का ट्रांसफर का खेल चल रहा है। नियमों को ताक में रखकर कार्य किया जा रहा है, जो बैंक हित के विरुद्ध है।

संघ के महासचिव चंदन कुमार प्रसाद ने कहा कि मनमाने तरीके से कर्मचारियों को प्रताड़ित करने का खेल चल रहा है। बैंक प्रबंधन अपने व्यक्तिगत हित को साधने के लिए षड़यंत्र रच रहा है।

महाधरना में अटल कुमार, अविनाश कुमार, कमलेश कुमार, मुकेश कुमार, पुष्पा सिंह, अमृता महतो, संजय कुमार, निखिल बंका, हीरा लाल राउत, अमित सिंह, आशीष कुमार, रीता कुमारी, राजीव कुमार, मुकेश साव, रजत कुमार एवं अन्य उपस्थित थे।

संघ की प्रबंधन से मांगें

1. स्थानांतरण नीति के बिना किसी प्रकार का तबादला नहीं किया जाए, जिससे कर्मचारियों के मानसिक, आर्थिक और पारिवारिक स्थिति पर प्रतिकूल प्रभाव पड़े। बैंक स्थानांतरण नीति स्वीकृत करते हुए ही तबादला करे।

2. बैंक में कर्मचारियों के शहरी और ग्रामीण पदस्थापना में उनके वेतन भत्ता में आसमानता है। इसके कारण ग्रामीण क्षेत्रों के कर्मचारियों का तबादला होने पर वे  प्रेरणाहीन हो जाते हैं। कार्य कुशलता पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। अतः ग्रामीण क्षेत्रों में पदस्थापित कर्मियों को पे प्रोटेक्शन के तहत वेतन भत्ता को समान किया जाए। उसके बाद ही स्थांतरण किया जाए।

3. बैंक में कर्मचारियों की नियुक्ति के बाद लंबे समय से प्रोन्नति नहीं की गई। इससे कर्मचारियों पर नकारात्मक असर पड़ रहा है। कर्मचारियों की प्रोन्नति के पश्चात ही नियमित (रोटेशनल) स्थांतरण किया जाए।