पटना। 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर एनडीए के लिए एक राहत भरी खबर बिहार से सामने आई है। बिहार से एनडीए के सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी के दोनों गुटों के बीच चल रही तकरार समाप्त होती नजर आ रही है।
दिवंगत पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की पार्टी लोजपा के दोनों गुटों के नेता चिराग पासवान और पशुपति पारस में बीते कुछ दिनों से हाजीपुर लोकसभा सीट को लेकर चल रही दावेदारी की लड़ाई अब खत्म हो गई है। इस बात का संकेत रविवार को खुद चिराग पासवान ने दिया।
चिराग पासवान ने अपने लोकसभा संसदीय क्षेत्र जमुई में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि मैं जवानी में जमुई आया था, अब बुजुर्ग बनकर ही जाऊंगा। उनके इस बयान का मतलब है कि वो 2024 के लोकसभा में भी जमुई से ही ताल ठोकेंगे।
रविवार को जमुई में आयोजित कार्यक्रम में चिराग पासवान ने कहा कि एक आशीर्वाद आप लोगों से मैंने शुरुआती दौर में ही मांगा था। अब वापस व आशीर्वाद मांग रहा हूं कि जवानी में जमुई आया हूं और अब यहां से बुजुर्ग बनकर ही जाऊंगा।
आप अपना आशीर्वाद हमें हमेशा देते रहें। मेगालिथिक बातों में नहीं जाऊंगा कि कौन कहां से चुनाव लड़ेगा लेकिन इतना जरूर कहूंगा कि आपके लिए हमेशा मैं छोटा सेवक रहा हूं और सेवक बना रहूंगा।
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से अमृत भारत रेलवे स्टेशन योजना के अंतर्गत बिहार के 49 रेलवे स्टेशनों का पुनः निर्माण कराया जाना है। इस लिस्ट में जमुई का भी नाम शामिल है और इसी को लेकर वहां के स्थानीय सांसद चिराग पासवान जमुई पहुंचे थे। जहां मंच से संबोधन के दौरान चिराग पासवान ने कहा कि – मेरे पिता ने एक सपना देखा था आज वह सपना पूरा हो रहा है तो यकीनन मुझे काफी खुशी हो रही है।
उन्होंने आगे कहा कि मैं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव जी को विशेष तौर पर धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने लगातार मुलाकात में इस बात का विश्वास दिलाया, तो उनकी पहली नजर जमुई जैसा क्षेत्र जिसको नक्सल प्रभावित क्षेत्र कहा जाता है, वहां भी है। जबकि यह क्षेत्र मुख्यधारा से एक लंबे समय तक दूर रहा। लेकिन आज जमुई में भी इस तरक्की के केंद्र की परियोजनाओं एक से बढ़कर एक आ रहे हैं।
चिराग ने आगे कहा कि चाहे केंद्रीय विद्यालय हो मेडिकल कॉलेज हो, पासपोर्ट ऑफिस हो, एफसीआई का रीजनल ऑफिस हो एक के बाद एक इस तरह की योजनाओं का हमारे क्षेत्र में आना यकीनन दर्शाता है कि वह दिन दूर नहीं जब जमुई बिहार के सबसे विकसित जिलों में से एक होगा। एक सांसद के नाते मेरा लगातार प्रयास रहा आगे भी इसके विकास के लिए प्रयास करता रहूंगा।
बता दें कि बीते कुछ दिनों से हाजीपुर लोकसभा सीट को लेकर चाचा पशुपति पारस और भतीजा चिराग पासवान में रार मची थी, लेकिन अब चिराग के आज वाले बयान से यह लग रहा है कि अब मामला सेट हो गया है।
बता दें कि हाजीपुर लोकसभा सीट रामविलास पासवान की परंपरागत सीट रही है। 2019 में यहां से पशुपति पारस ने जीत हासिल की थी। लेकिन तब लोजपा एकसाथ थी। इधर कुछ दिनों पहले चिराग पासवान ने हाजीपुर सीट पर दावा ठोंक कर सियासी पारा गरमा दिया था।