रांची। वर्षों से लंबित सरकारी शिक्षकों को प्रोन्नति देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसे लेकर जिला स्तर पर वरीयता सूची बनाने का काम चल रहा है। इस बीच अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ ने स्नातक (कॉमर्स) योग्यताधारी शिक्षकों की प्रोन्नति के लिए वरीयता सूची में नाम दर्ज करने का मामला उठाया है। सचिव को पत्र लिखकर इसके लिए विभागीय निर्देश देने की मांग की है।
संघ के प्रदेश सोशल मीडिया प्रभारी अजय ज्ञानी ने बताया कि प्रोन्नति के निमित प्राथमिक शिक्षकों की वरीयता सूची बनाने के लिए इसके निर्धारण से संबंधित पत्र 10 जुलाई, 2023 के माध्यम से निर्गत हुआ था। जिलों में प्रोन्नति कार्य से संबंधित वरीयता सूची निर्माण और प्रकाशन का कार्य चल रहा है। हालांकि विभिन्न जिलों में पदस्थापित / कार्यरत स्नातक (कॉमर्स) योग्यताधारी शिक्षकों को स्नातक प्रशिक्षित पद पर प्रोन्नति के लिए बन रही वरीयता सूची में नाम शामिल करने का विषय अबतक अनिष्पादित है।
जिला शिक्षा अधीक्षकों द्वारा राज्यस्तरीय विभागीय निर्देश प्राप्त होने के बाद ही इनका नाम वरीयता सूची में शामिल करने की बात कही जा रही है। इनको छोड़कर वरीयता सूची को अंतिम रूप दिया जा रहा है, जिससे इन शिक्षकों को नैसर्गिक न्याय से वंचित रहने की स्थिति उत्पन्न हो रही है। इसके मद्देनजर संघ के महासचिव राममूर्ति ठाकुर ने सचिव को पत्र लिखा है।
महासचिव ने ध्यान आकृष्ट कराया है कि विगत वर्षों में कई बार संघीय ज्ञापनों / वार्ता के माध्यम से इस विषय को विभाग के समक्ष समाधान के लिए रखा जाता रहा है। कुछेक न्यायनिर्णयों में भी उक्त योग्यताधारी शिक्षकों की योग्यता को स्नातक प्रशिक्षित (सामाजिक विज्ञान) के पद के तहत मान्य किया गया है। सहायक आचार्य नियुक्ति नियमावली में भी इन योग्यताधारियों के लिए स्नातक प्रशिक्षित (सामाजिक विज्ञान) के पद के लिए उचित अहर्ताधारी के रूप में स्वीकृति प्रदान की गई है।
इन योग्यताधारी शिक्षकों की प्रोन्नति के निमित मार्ग प्रशस्त करने के उद्देश्य से तत्कालीन माध्यमिक शिक्षा उप निदेशक शिवेन्द्र कुमार की अध्यक्षता में गठित कमेटी की अनुशंसा प्राप्त करने की कार्रवाई भी की गई। इसके आलोक में संबंधित निर्देश पत्र निर्गत होना अब भी अपेक्षित है।
इस कारण वर्तमान में विभिन्न जिलों में तैयार की जा रही वरीयता सूची में इन शिक्षकों का नाम शामिल नहीं किया जा रहा है। यदि वरीयता सूची अनुमोदित होने / प्रोन्नति कार्य पूर्ण होने के बाद उक्त से संबंधित पत्र निर्गत होता है, तो ऐसे विलंब होने की स्थिति से असहजता उत्पन्न होगी। प्रभावित शिक्षक प्रोन्नति से वंचित रह जाएंगे।
महासचिव ने लिखा है कि उक्त आलोक में जिलों में वरीयता सूची निर्मित / अनुमोदित होने / प्रोन्नति कार्य पूर्ण होने से पूर्व यथासंभव और यथाशीघ्र स्नातक (कॉमर्स) योग्यताधारी शिक्षकों को स्नातक प्रशिक्षित (सामाजिक विज्ञान) के पद पर प्रोन्नति के लिए मान्य करने संबंधी विभागीय निदेश पत्र निर्गत करने की कृपा की जाए। ताकि विभिन्न ग्रेडों की प्रोन्नति का कार्य भी विलंबित नहीं हो और उक्त योग्यताधारी शिक्षकों को भी वरीयता सूची में ससमय स्थान प्राप्त हो सके। यथास्थिति उन्हें भी प्रोन्नति का लाभ प्राप्त हो सके।