- राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन कार्यक्रम की शुरुआत
रांची। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्यप्रदेश के शहडोल जिले से राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन कार्यक्रम की शुरुआत की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि विश्व में सिकल सेल के जितने मामले हैं, उसमें 50 प्रतिशत अकेले भारत में है। हमारा संकल्प है कि आजादी की 100वीं वर्षगांठ 2047 तक देश को सिकल सेल से मुक्त करें। इस बीमारी से लड़ने के लिए सबसे जरूरी है कि जांच कराएं। कई बार मरीज को लंबे समय तक पता ही नहीं चलता है कि वे इस बीमारी से जूझ रहे हैं। इस मौके पर प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के कार्डों के वितरण की भी शुरुआत हुई।
कांके से राज्यस्तर पर शुरुआत
राष्ट्रीय स्तर पर शुरुआत के साथ ही शनिवार को रांची जिले के कांके प्रखंड अंतर्गत कोकोदरो हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर से इस कार्यक्रम का आगाज राज्यस्तर पर किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता थे। उन्होंने कहा कि सिकल सेल वंशानुगत बीमारी है, जो माता-पिता से संतान तक पहुंचती है। यदि शादी के पूर्व युवक-युवती सिकल सेल की जांच करा लें तो इसकी रोकथाम की जा सकती है। इसके लिए बड़े पैमाने पर लोगों को जागरुक करने की आवश्यकता है।
पिंक और ब्लू कार्ड का वितरण
कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री ने सिकल सेल से पीड़ित लोगों को पिंक और ब्लू कार्ड का वितरण किया। आयुष्मान भारत के लाभार्थियों के बीच आयुष्मान कार्ड का भी वितरण किया। इस योजना के लाभार्थी राज्य के किसी भी सरकारी या इससे संबद्ध निजी अस्पताल में 5 लाख रुपये तक का इलाज करा सकते हैं। इसका भुगतान सरकार करेगी। उन्होंने राज्य की जनता को आश्वस्त कराया कि उनके स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए स्वास्थ्य विभाग कमर कस कर खड़ा है।
खून से संबंधित बीमारी
रांची के सांसद संजय सेठ ने कहा कि देश की जनता की चिंता प्रधानमंत्री कर रहे हैं। यही कारण है कि उनकी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए जनोपयोगी योजनाएं लागू की जा रही है। अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने कहा कि सिकल सेल खून से संबंधित बीमारी है। आदिवासी बहुल इलाके इस बीमारी से ज्यादा प्रभावित हैं। थैलेसीमिया बीमारी का भी प्रभाव हमारे राज्य में ज्यादा है। इसके लिए जरूरी है कि ज्यादा से ज्यादा जांच की जाए।
विधायक सहित अधिकारी मौजूद
इस मौके पर कांके विधायक समरी लाल, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अभियान निदेशक डॉ आलोक त्रिवेदी, निदेशक प्रमुख स्वास्थ्य सेवाएं डॉ बीरेंद्र प्रसाद सिंह, अपर अभियान निदेशक बिद्यानंद शर्मा पंकज, रांची सिविल सर्जन डॉ विनोद कुमार, प्रखंड प्रमुख सोमनाथ मुंडा, मुखिया भुजबल पाहन सहित स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी, कर्मचारी और कोकोदरो पंचायत और आसपास के लोग मौजूद थे।
ध्यान रखें, परेशानी कम होगी
सिकल सेल से ग्रसित 27 वर्षीय महिला बिमला देवी ने इस बीमारी से पीड़ितों को जागरुक करते हुए कहा कि स्वस्थ जीवनशैली से अच्छा जीवन जी सकते हैं। यह बीमारी ठीक तो नहीं होगी, लेकिन थोड़ा ध्यान रखें तो परेशानी कम होगी। संतुलित आहार-विहार फायदेमंद होगा। उन्होंने कहा कि मुझे पहली बार 2016 में इस बीमारी के बारे में पता चला। इसके बाद रांची सदर अस्पताल के डे केयर सेंटर से काफी जानकारी प्राप्त हुई।