तामिलनाडु। पूरे विश्व में ताजमहल को प्यार की निशानी मना जाता है। इसे शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज की याद में बनाया था। इसे पूरी दुनिया से लोग देखने आते हैं। इसी तरह एक बेटे ने अपनी मां की याद में दूसरा ताजमहल बनवा दिया। यह वाक्या तामिलनाडु का है।
तमिलनाडु के कारोबारी अमरुद्दीन शेख ने इस इमारत को तैयार कराया है। वह चाहते थे कि अपनी मां के लिए कुछ ऐसा करें कि दुनियाभर के लोग उनकी मां के बारे में जान सकें। उनकी मां का देहांत साल 2020 में हो गया था।
इसे बनाने में करीब साढ़े 5 करोड़ रुपये का खर्च आया है। अमरुद्दीन शेख ने जमीन और ताजमहल की तरह दिखने वाली इस इमारत को ट्रस्ट के नाम कर दिया है।