Jharkhand : सरकारी स्‍कूलों में गुलैल और कंचा जैसे खेल को भी दि‍या जाएगा बढ़ावा

झारखंड शिक्षा
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रांची। झारखंड (Jharkhand) के सरकारी स्‍कूलों में गुलैल और कंचा जैसे खेल को भी बढ़ावा दिया जाएगा। इसका आदेश शिक्षा सचिव के रवि कुमार ने जारी किया है। इसमें खेलों के लिए भी कई निर्देश दिए गए हैं। इसकी सूचना सचिव ने जिला शिक्षा पदाधिकारी और जिला शिक्षा अधीक्षकों को भी दी है।

जारी आदेश के अनुसार पत्र (संख्या 922, दिनांक 15.03.2022) में आंशिक संशोधन कि‍या गया है। वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए राज्य के सभी सरकारी विद्यालय एवं सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों के शिक्षण में खेल एवं शारीरिक शिक्षा संबंधी गतिविधियों को सम्मलित करने के लिए आदर्श दिनचर्या (Standard Daily Routine) तैयार किया गया है।

नई शिक्षा नीति-2020 के आलोक में बच्चों के अधिगम में सुधार, सर्वांगीण विकास, उनके बौद्धिक स्तर को ऊंचा करने और उनके सीखने (Learning) के लिए अधिक समय उपलब्ध कराने के लिए इसे तैयार किया गया है।

यह कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, झारखंड बालिका आवासीय विद्यालय, मॉडल विद्यालय एवं नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय विद्यालय में भी लागू होगा।

कक्षा संचालन के लिए आदर्श दिनचर्या प्रत्येक कार्यदिवस में प्रातः 8.45 बजे विद्यालय प्रबंधन द्वारा लंबी घंटी (Long Bell) लगाना सुनिश्चित करेंगे। इस तरह ग्रीष्मकालीन कक्षाओं के समय यथा 1 अप्रैल से 30 जून में प्रातः 6.45 बजे लंबी घंटी (Long Bell) लगायी जाएगी।

प्रत्येक कक्षा के बाद छोटी घंटी लगाना सुनिश्चित करेंगे। प्रातःकालीन प्रार्थना सभा क्रियाकलाप का समय प्रातः 9 से 9.15 होगा। ग्रीष्मकालीन कक्षाओं के समय यथा 01 अप्रैल से 30 जून में प्रातःकालीन प्रार्थना सभा 7 बजे 7.15 बजे तक होगा।

प्रातःकालीन प्रार्थना सभा की अवधि 15 मिनट की होगी। विद्यालय की प्रार्थना सभा में सभी शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों की उपस्थिति अनिवार्य है।

विद्यालय की दिनचर्या में बुधवार एवं शनिवार को शारीरिक स्वास्थ्य (Physical Health) को बढ़ावा देने के लिए एक घंटी दिया जाएगा। इस समयावधि में पी.टी./ड्रील / एरोबिक्स / योग इत्यादि गतिविधियों को संचालित किया जाएगा। विद्यालय प्रबंधन उक्त गतिविधि में विद्यालय के सभी शिक्षकों को शामिल होना सुनिश्चित करेंगे।

सभी विद्यालय के प्रधानाध्यापक/ प्रभारी प्रधानाध्यापक दैनिक कक्षाओं संचालन के लिए निर्धारित घंटियों में छठी एवं सातवी घंटी में विभिन्न वर्गों के लिए सप्ताह में दो दिन खेल की घंटी रखेंगे। शुक्रवार/शनिवार में से किसी एक दिन एक घंटी पुस्तकालय के लिए रखेंगे।

खेल के लिए ये प्रावधान

विभिन्न खेलो के अतिरिक्त ‘एक विद्यालय एक खेल विधा’ के अंतर्गत उस क्षेत्र में लोकप्रिय खेल (जैसे गुमला, सिमडेगा जिला में हॉकी) को आवश्यक रूप से खेल की घंटियों में संचालित करना सुनिश्चित करेंगे। यह ध्यान दिया जाए कि विद्यालय द्वारा चयनित खेल ओलंपिक/राष्ट्रमंडल/एशियन प्रतियोगिताओं के लिए खेलो की सूची में सम्मिलित हो ।

विद्यालयों में पारंपरिक क्षेत्रीय खेलों (जैसे:- गुलैल, कंचा, कितकित, सेकोर, लट्टू, गोटी आदि) को भी बढ़ावा दिया जाए।

उपरोक्त खेल गतिविधियां संबंधित विद्यालय के शारीरिक शिक्षा शिक्षक/ खेल के लिए नोडल शिक्षक और प्रधानाध्यापक/ प्रभारी प्रधानाध्यापक की देखरेख में संचालित किए जाऐंगे।

सभी विद्यालय यह भी सुनिश्चित करेंगे कि कक्षा 1 से 12 तक के विद्यार्थियों का हेल्थ कार्ड एवं शारीरिक दक्षता परीक्षण (Physical efficiency test) की अध्यतन स्थिति उपलब्ध कराए जा रहे प्रपत्र 01 और 02 में भर कर नियमित रूप से कक्षावार विद्यालय के रेकॉर्ड में संधारण करेंगे।

विद्यालयों में खेल और शारीरिक शिक्षा संबंधी गतिविधियों के आयोजन के लिए समूह/ हाउस निर्माण का निर्देश दिया गया है। उक्त के आलोक आगामी विद्यालय स्तरीय वार्षिक खेल प्रतियोगिताओं का अयोजन समूह/ हाउस के आधार पर किया जाएगा। अतः सभी विद्यालयों में शत-प्रतिशत समूह/ हाउस निर्माण की प्रक्रिया पूर्ण कर ली जाए।