जम्मू-कश्मीर की वादियों में जुटे G20 के नेता, ‘नाटू-नाटू’ पर झूमे विदेशी मेहमान, देखें

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श्रीनगर। कड़ी सुरक्षाके बीच सोमवार को जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में जी-20 देशों के पर्यटन कार्य समूह की तीसरी बैठक शुरू हुई। सम्मेलन तीन दिन तक चलेगा। अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 खत्म किए जाने और तत्कालीन राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने और करीब 37 साल बाद जम्मू कश्मीर में यह पहली अंतरराष्ट्रीय बैठक हो रही है।

भारत इस साल जी20 की अध्यक्षता कर रहा है। देश के तमाम राज्यों में ये बैठकें हो रही हैं। इन शहरों में श्रीनगर को भी चुना गया। पाकिस्तान ने कश्मीर में ऐसे सम्मेलन के आयोजन पर आपत्ति जाहिर की थी। चीन, तुर्किए, सऊदी अरब, मिस्र और इंडोनेशिया ने इस मीटिंग का बॉयकॉट किया है।

इस मौके पर भारत के शेरपा अमिताभ कांत ने कहा कि फिल्मों की शूटिंग के लिए कश्मीर बेहतरीन जगह है। उन्होंने कश्मीर में फिल्माई गई ‘कश्मीर की कली’, ‘जब जब फूल खिले’ और ‘बॉबी’ का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि कश्मीर सिर्फ घूमने-फिरने की जगह नहीं है, बल्कि एक अनूठा अनुभव है।

पहले दिन सोमवार को लगभग 60 विदेशी प्रतिनिधि श्रीनगर पहुंचे। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच उन्हें कार्यक्रम स्थल तक ले जाया गया। अधिकारियों ने कहा कि शहर भर में नाके बनाए गए हैं, जहां वाहनों को रोककर उनकी तलाशी ली गई। घुसपैठ की आशंका के बाद सीमावर्ती जिलों पर विशेष ध्यान देने के साथ पुंछ, कठुआ, राजौरी और सांबा जिलों में सुरक्षा बढ़ाई गई।

G20 के वर्किंग ग्रुप की बैठक में शामिल होने के लिए 17 देशों से 60 विदेशी प्रतिनिधि पहुंचे। सभी विदेशी मेहमानों का श्रीनगर एयरपोर्ट पर केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी और जी20 के शेरपा अमिताभ कांत ने अगवानी की। पारंपरिक वेशभूषा में कश्मीरी युवतियों ने पगड़ी, तिलक और फूलों से उनका स्वागत किया।

कड़े सुरक्षा इंतजामों के बीच केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि यह बैठक भारत के लिए जम्मू-कश्मीर के बदले परिदृश्य को दिखाने का मौका है, जो पहले पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के साए में था। पहले कश्मीर में जब कोई बड़ा इवेंट होता था, तो पाकिस्तान से हड़ताल का आह्वान होता था, लेकिन आज फर्क यह है कि कश्मीर में सब कुछ खुला है। यह बैठक प्रतिनिधियों को जम्मू-कश्मीर में हुए बदलाव को खुद देखने का मौका देगी।

आप खुद अंतरराष्ट्रीय मीडिया में पेश तस्वीर से इसकी तुलना कर सकेंगे। कश्मीर के युवा आगे बढ़ने की सोच रखते हैं, बहुत महत्वाकांक्षी हैं। यह हम सभी की जिम्मेदारी है कि ऐसा माहौल बनाएं कि हम अपने बच्चों के साथ अन्याय न करें। G20 के भारतीय समन्वयक हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि इस मीटिंग में शामिल होने वाले प्रतिनिधि देख सकेंगे कि धरती पर स्वर्ग कैसा होता है। हमने अब तक 118 से ज्यादा बैठकें की हैं।

फिल्म अभिनेता और निर्माता के. रामचरण तेजा ने टूरिजम से जुड़ी इस बैठक में हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि कश्मीर में कुछ जादू है। मैं 1986 से यहां कई बार आ चुका हूं। मेरे पिता फिल्मों की शूटिंग के लिए गुलमर्ग और सोनमर्ग आया करते थे। मैं खुद शूटिंग के लिए 2016 में यहां आया था। इसके बाद उन्होंने डेलिगेट्स के साथ अपनी फिल्म RRR के मशहूर गाने ‘नाटू-नाटू’ पर डांस किया। उन्होंने कहा, ‘हम कश्मीर से प्यार करते हैं। यह कितनी खूबसूरत जगह है। जी20 बैठक के लिए यह सबसे अच्छी जगह चुनी गई है।

उधर, पीएम मोदी ने एक पुरानी कहावत का जिक्र करते हुए 14 प्रशांत द्वीपीय देशों के नेताओं से कहा कि सच्चा मित्र वही होता है, जो कठिन घड़ी में काम आए। जिन्हें विश्वासपात्र समझा जाता था वे जरूरत के समय हमारे साथ खड़े नहीं रहे। ऐसा माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री चीन का परोक्ष जिक्र करते हुए यह बात कही। मोदी ने कहा कि भारत चुनौतीपूर्ण समय में प्रशांत द्वीपीय देशों के साथ खड़ा रहा। वे भारत को एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में देख सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी को फिजी और पापुआ न्यू गिनी के सर्वोच्च सम्मान से नवाजा गया।