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Coal India : अगले चेयरमैन हो सकते हैं आईएएस, जानें समीकरण

नई दिल्ली देश
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नई दिल्ली। कोल इंड़िया (Coal India) के नए चेयरमैन भी आईएएस हो सकते हैं। अब तक के समीकरण को लेकर यह चर्चा आम हो गई है। लोक उद्यम चयन बोर्ड ने इस पद के लिए 7 अधिकारियों को शॉट लिस्‍ट किया है। इंटरव्‍यू 3 मई को होना है। इस पद के रेस में एक आईएएस भी शामिल हैं।

जानकारी होगी कि वर्तमान सीएमडी प्रमोद अग्रवाल का कार्यक्रम 30 जून, 2023 को समाप्त हो रहा है। यह पद 1 जुलाई से पद रिक्त हो जाएगा। इसके मद्देनजर लोक उद्यम चयन बोर्ड ने चेयरमैन के चयन की प्रक्रिया शुरू की है।

बोर्ड ने इसके लिए आवेदन मंगाया था। इसके बाद इंटरव्यू के लिए 7 अधिकारियों को शॉर्ट लिस्ट किया है। उन्हें 3 मई को इंटरव्यू के लिए बुलाया गया है। इंटरव्‍यू वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से होगी।

चेयरमैन के लिए सूचीबद्ध अधिकारियों में ईसीएल के सीएमडी एपी पांडा, सीसीएल के सीएमडी पीएम प्रसाद, सीएमपीडीआई के सीएमडी मनोज कुमार, एनएमडीसी के डायरेक्टर फाइनेंस अमिताभ मुखर्जी, बीएसएनएल के सीनियर जनरल मैनेजर प्रभु दयाल चिरानिया, मेघालय सरकार के वन विभाग के प्रधान सचिव अशोक वर्णवाल और कमिश्नर ऑफ इनकम टैक्स आलोक सिंह शामिल हैं।

उपरोक्‍त अधिकारियों के नाम और पदनाम पर नजर डालें तो साफ है कि इसमें एक आईएएएस और एक आईआरएस भी हैं। वर्तमान चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल खुद एमपी कैडर के आईएएस हैं।

कोल इंडिया में अब तक के चेयरमैन की स्थिति पर नजर डालें तो आईएएस के रेस में रहने पर वह अन्‍य पर भारी पड़ता है। एस नरसिंह राव और प्रमोद अग्रवाल के मामले में यह स्थिति साफ हो चुकी है।

आम तौर पर एक आईएएस को ऑल इन वन माना जाता है। किसी भी क्षेत्र का कमान संभालने पर कुछ ही दिनों में वह उसके हर पहलु से अवगत हो जाते हैं। प्रशासनिक मोर्चा पर उन्‍हें अधिक कारगर माना जाता है।

टेक्‍नोक्रेट के बारे में यह धारणा है कि वह तकनीकी तौर पर काफी मजबूत होते हैं। हालांकि प्रशासनिक तौर पर अपेक्षाकृत कमजोर होते हैं। हालांकि कई टेक्नोक्रेट इस धारणा को गलत साबित कर चुके हैं। इसके बाद भी टेक्‍नोक्रेट पर ब्‍यूरोक्रेट भारी ही पड़ते रहे हैं।