मध्य प्रदेश। दुखद खबर मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर से सामने आई है। यहां बरमान-सगरी नेशनल हाइवे-44 पर एक भीषण सड़क हादसे में महंत कनक बिहारी महाराज का निधन हो गया। बाइक सवार को बचाने के चक्कर में उनकी कार डिवाइडर से टकराकर पलट गई। इस हादसे में महाराज समेत 2 लोगों की जान चली गई। पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है।
बता दें कि महंत कनक बिहारी दास महाराज उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बन रहे राम मंदिर निर्माण के लिए एक करोड़ रुपए से अधिक की राशि देकर चर्चा में आए थे। रघुवंश शिरोमणि 1008 के नाम से विख्यात कनक बिहारी दास महाराज रघुवंशी समाज के राष्ट्रीय संत के रूप में भी पहचान रखते थे।
महाराज का आश्रम मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिला स्थित नोनी में था। कनक महाराज यूपी के प्रयागराज से वापस छिंदवाड़ा जा रहे थे। इसी बीच, बरमान-सगरी नेशनल हाइवे-44 पर हुए सड़क हादसे में उनका निधन हो गया। महाराज कनक अयोध्या में होने वाले यज्ञ की तैयारी में जुटे हुए थे।
रघुवंशी समाज के नरसिंहपुर जिला अध्यक्ष राजकुमार रघुवंशी ने बताया, महंत कनक महाराज ने 1 करोड़ रुपए का दान राम मंदिर के लिए दिया था। इसके अलावा महाराज 10 फरवरी 2024 से अयोध्या में 9 कुंडीय यज्ञ कराने वाले थे। उसी की तैयारी के लिए वह रघुवंशी समाज के सभी गांवों में जा रहे थे।
सोमवार को जब वह छिंदवाड़ा जा रहे थे, तभी गुना जिले के पास मोटरसाइकिल को बचाने के कारण उनकी कार डिवाइडर से जा टकराई और उनकी जान चली गई। महाराज के साथ कार में सवार छिंदवाड़ा के विश्राम रघुवंशी का भी निधन हो गया। साथ ही और शिष्य की मौत हो गई। हादसे में हुईं इन तीन असामयिक मौतों से समाज और इलाके में दुख पसर गया है।
बरमान स्थित राममंदिर के महंत सीताराम दास महाराज ने कहा कि महंत कनक बिहारी महाराज समाज के महान संत थे। उनका जाना साधु समाज के लिए बहुत बड़ी क्षति है। वह अयोध्या में होने वाले यज्ञ की तैयारी में लगे थे। लेकिन सड़क हादसे में काल के गाल में समा गए।
बता दें कि राम मंदिर का निर्माण उत्तर प्रदेश के अयोध्या में हो रहा है। मंदिर निर्माण श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र द्वारा करवाया जा रहा है। राम मंदिर के लिए भूमि पूजन अगस्त 2020 में हुआ था। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहनराव भागवत शामिल हुए थे।