उत्तर प्रदेश। यूपी निकाय चुनाव से पहले अखिलेश यादव को बड़ा झटका लगा है। सपा की मेयर प्रत्याशी अर्चना वर्मा बीजेपी में शामिल हो गयी हैं। बता दें कि यूपी के शाहजहांपुर में पहली बार नगर निगम का चुनाव होने जा रहा है। चुनाव से पहले ही वहां बड़ा राजनीतिक उलटफेर देखने को मिला है।
अर्चना वर्मा जिन्हें समाजवादी पार्टी ने मेयर का प्रत्याशी बनाया था, उन्होंने अब बीजेपी का दामन थाम लिया है। अर्चना वर्मा उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और वित्त मंत्री सुरेश खन्ना की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुई हैं।
अर्चना वर्मा अखिलेश सरकार में मंत्री रहे राममूर्ति वर्मा की बहू हैं। सपा ने उन्हें मेयर का टिकट भी दे दिया था, लेकिन उन्होंने सपा मुखिया अखिलेश यादव को तगड़ा झटका देते हुए बीजेपी का दामन थामा थाम लिया। अर्चना वर्मा ने आज यानी रविवार को लखनऊ स्थित बीजेपी के मुख्यालय पर पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
यूपी के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने उन्हें पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई और पार्टी में शामिल होने के लिए उन्हें शुभकामनाएं भी दीं। इस मौके पर बीजेपी के कई अन्य नेता भी मौजूद रहे।
आपको बता दें कि अर्चना लोधी समाज से ताल्लुक रखती हैं और अखिलेश सरकार में मंत्री रहे राममूर्ति वर्मा की बहू हैं। अर्चना शाहजहांपुर की पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। वह साल 2005 और 2015 में जिला पंचायत सदस्य चुनी गई थीं। साल 2006 में वह शाहजहांपुर जिले की जिला पंचायत अध्यक्ष रहीं।
वहीं अर्चना के पति राजेश वर्मा साल 2022 में सपा के टिकट पर ददरोल से विधानसभा का चुनाव लड़े थे, लेकिन उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था। वहीं सपा सरकार में मंत्री रहे और अर्चना वर्मा के ससुर राममूर्ति सिंह वर्मा 4 बार विधायक रहे। इसके अलावे वे 2 बार शाहजहांपुर लोकसभा सीट से सांसद भी चुने गए थे।