गुजरात। गुजरात में H3N2 वायरस अब जानलेवा हो गया है। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी कर किया है। राज्य में पहली मौत सामने आई है। गुजरात के वडोदरा शहर में 58 साल की महिला को दो दिन पहले सांस लेने में तकलीफ के बाद शहर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां महिला की उपचार के दौरान मौत हो गई।
डॉक्टरों ने एच3एन2 वायरस से मौत की पुष्टि की है। इसे राज्य में H3N2 से पहली मौत कहा जा रहा है। राज्य में दो दिन पहले कोरोना से पहली मौत सूरत में रिपोर्ट हुई थी। राज्य में H3N2 के मामलों की बढ़ोतरी के साथ कोविड के मामलों में वृद्धि हुई है।
जानकारी के अनुसार शहर के फतेगंज इलाके में रहने वाली 58 वर्षीय महिला को सर्दी, खांसी व बुखार जैसे लक्षण थे। इसके बाद उसे इलाज के लिए शहर के एसएसजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
इसकी सूचना मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने मुस्तैदी बढ़ा दी है। महिला के परिजनों से सैंपल लेने का प्रयास किया गया है, ताकि दूसरे सदस्यों में संक्रमण है या नहीं इसकी पुष्टि हो सके।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कह रहे हैं कि अगर सूखी खाकी और बदन दर्द हैं और इसमें आराम नहीं मिल रहा है। तो लोगों को एच3एन2 की जांच करानी चाहिए। सर्दी, खांसी और बुखार को हल्के में न लें। यह वायरस जानलेवा साबित हो रहा है।
विशेषज्ञ कह रहे हैं कि फ्लू के मामले बदलते मौसम में सामने आते हैं, लेकिन इस साल सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। डॉक्टरों के अनुसार बहती नाक, बुखार, छाती में दर्द, सिर दर्द, मांसपेशियों और जोड़ों का दर्द, थकान लगना इस वायरस के संक्रमण के प्रमुख लक्षण हैं।
कोरोना के कारण इम्युनिटी कमजोर हो गई है। ऐसे में वायरल इंफेक्शन के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। माना जा रहा था कि कोरोना के बाद इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारियां कम हो जाएंगी, लेकिन वायरल संक्रमण बढ़ रहा है। जिससे श्वसन तंत्र प्रभावित होता है।