BJP ने किया सवालः मनीष सिसोदिया तो ठीक, पर सत्येंद्र जैन के इस्तीफे का अब क्यों आया ख्याल

नई दिल्ली देश
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नई दिल्ली। दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के दो मंत्रियों का इस्तीफा एक साथ हुआ है। दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और मंत्री सत्येंद्र जैन दोनों का इस्तीफा दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने मंजूर कर लिया है। दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन लंबे समय से जेल में हैं। बावजूद इसके उनका इस्तीफा नहीं लिया गया था।

आम आदमी पार्टी की ओर से बार-बार यह कहा गया कि उनका इस्तीफा नहीं होगा। हालांकि अब एक साथ दो मंत्रियों का इस्तीफा हुआ है। जल्द ही दिल्ली में बजट पेश होने वाला है और 4 मार्च तक मनीष सिसोदिया सीबीआई रिमांड में ही रहने वाले हैं। मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में भी मामला पहुंचा, लेकिन वहां भी राहत नहीं मिली। वहीं इस मुद्दे पर बीजेपी ने दिल्ली सरकार पर निशाना साधा है।

बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि यह फैसला मजबूरी में लिया गया, जब कोर्ट की ओर से कोई राहत नहीं मिली। बीजेपी का कहना है कि 9 महीने बाद सत्येंद्र जैन का इस्तीफा लिया गया है।

मनीष सिसोदिया से कहीं अधिक सत्येंद्र जैन के इस्तीफे को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। बीजेपी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए यह कह रही है कि आखिर 9 महीने बाद यह फैसला क्यों लिया गया।

सत्येंद्र जैन कई महीनों से तिहाड़ जेल में बंद हैं और उनके इस्तीफे की मांग बार-बार बीजेपी कर रही थी। इन सबके बावजूद उनसे इस्तीफा नहीं लिया जा रहा था। दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया गिरफ्तार हो चुके हैं।

फिलहाल उनको राहत न मिलता देख मुख्यमंत्री के सामने शायद अब कोई विकल्प नहीं बचा था। मनीष सिसोदिया के पास 18 बड़े विभागों की जिम्मेदारी थी और वह सत्येंद्र जैन के विभागों का भी कामकाज देख रहे थे। सिसोदिया ऐसे वक्त गिरफ्तार हुए हैं, जब दिल्ली का बजट पेश होने वाला है।

बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि अब जैसा काम करोगे… वैसी ही गति होगी। जितना भी विषय मीडिया में आया है, उससे यह स्पष्ट है कि ये करप्शन का ‘टेक्स्ट बुक’ केस है। भाजपा इस विषय को देश में उठाएगी।

रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आप तो यही दावा करते हैं कि आप (मनीष सिसोदिया) और अरविंद केजरीवाल देश में पारदर्शिता की प्रतिमूर्ति हैं, लेकिन आपने अन्ना हजारे के ईमानदार आंदोलन की विरासत को बदनाम किया है। प्रसाद ने कहा कि आपने कहा था कि स्कूल खोलेंगे…आप शराब पिला रहे हो। पूरे भारत में ऐसा कहीं नहीं है कि जो शिक्षा मंत्री है, वही शराब मंत्री भी है।