एशिया की पहली हाइड्रोजन ट्रेन का परिचालन शुरू: इको फ्रेंडली ट्रेन की हाइटेक खूबियां और स्पीड आपको कर देंगी हैरान

दुनिया
Spread the love

चीन। एशिया की पहली हाइड्रोजन ट्रेन शुरू हो गई है। इको फ्रेंडली ट्रेन की हाइटेक खूबियां और स्पीड आपको हैरान कर देंगी।

जी हां! दुनिया के ताकतवर देशों को मात देते हुए चीन ने इको-फ्रेंडली हाइड्रोजन ट्रेन की शुरूआत कर दी है। इसी के साथ हाइड्रोजन ट्रेन चलाने वाला दुनिया का दूसरा देश चीन बन चुका है।

यही नहीं चीन, एशिया का पहला ऐसा देश है, जिसने हाइड्रोजन ट्रेन को चलाना शुरू कर दिया है। प्रदूषण मुक्त इस ट्रेन में कई खूबियां है। एक बार हाइड्रोजन ईधन भरे जाने के बाद यह ट्रेन आसानी से कम से कम 600 किलोमीटर की यात्रा करने में सक्षम हैं। आईए दैनिक भारत 24 पर जानते हैं दुनिया के देशों में तेजी से बढ़ रही हाइड्रोजन ट्रेन के बारे में…

चीन ने शहरी रेलवे के लिए एशिया की पहली हाइड्रोजन संचालित ट्रेन शुरू की है। इस ट्रेन की स्पीड भारत की शताब्दी और राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनों की स्पीड के आसपास होगी।

यह ट्रेन 160 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से ट्रैक पर दौड़ने में सक्षम है। एक टैंक हाइड्रोजन फ्यूल भरे जाने के बाद यह ट्रेन कम से कम 600 किलोमीटर की यात्रा करने में सक्षम हैं।

चीन की सीआरआरसी कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने देश के पहले अर्बन हाइड्रोजन ट्रेन का संचालन शुरू किया है। हाइड्रोजन फ्यूल से चलने वाली यह एशिया की पहली ट्रेन है। हाइड्रोजन ट्रेन चलाने वाला चीन दुनिया का दूसरा देश बन चुका है। इससे पहले जर्मनी ने दुनिया की पहली हाइड्रोजन ट्रेन को शुरू किया था।

ट्रेन को Fuxing high-speed प्लेटफॉर्म के आधार पर विकसित किया गया है। इसमें 160 किमी/घंटा की टॉप स्पीड वाली 4 कारें शामिल हैं।एक बार फ्यूल भरे जाने के बाद यह कम से कम 600 किलोमीटर की यात्रा करने में सक्षम हैं। हालांकि, सितंबर महीने में एल्सटॉम की कोराडिया आईलिंट सीरियल ट्रेन ने 1175 किलोमीटर का रिकॉर्ड बनाया हुआ है।

चीन में हाइड्रोजन ट्राम के प्रोडक्शन का काम 2010 में शुरू किया गया था। सीआरआरसी ने 2021 में शंटिंग लोकोमोटिव को भी शुरू किया था। इस ट्रेन में मॉनिटरिंग सेंसर, 5जी डेटा ट्रांसमिशन इक्वीपमेंट्स हैं। हाइड्रोजन ट्रेन के चलने से हर साल कम से कम 10 टन डीजल के कॉर्बन डाईआक्साइड इमिशन की कमी होगी। ट्रेन पूर्णरूप से इको फ्रेंडली है।