अंबुजा सीमेंट्स ने महिला अधिकारिता श्रेणी में हासिल किया फिक्की सीएसआर अवार्ड

मुंबई देश बिज़नेस
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  • कौशल प्रशिक्षण केंद्रों ने बनाई 412 युवतियों को प्रशिक्षित करने और उन्हें 2023 में प्लेसमेंट प्रदान करने की योजना

मुंबई। अडानी सीमेंट की सीमेंट और निर्माण सामग्री कंपनी अंबुजा सीमेंट्स ने महिला अधिकारिता श्रेणी में फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) सीएसआर अवार्ड 2020-2021 हासिल किया है। केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा ने सम्मानित प्रतिनिधियों की उपस्थिति में अंबुजा सीमेंट को उद्योग के इस अत्यधिक प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया।

कंपनी ने महिलाओं के लिए अपने सीएसआर कार्यक्रमों के माध्यम से 2970 एसएचजी (स्वयं सहायता समूह) और 8 महिला संघों को लाभान्वित किया है और 31,000 युवतियों को प्रशिक्षित किया है। इसके साथ ही 9,000 महिलाओं को सक्षम बनाया गया। उन्हें आमदनी जुटाने से संबंधित गतिविधियों में लगाया गया है। कंपनी ने इन महिलाओं को इस काबिल बनाने का प्रयास किया है कि वे कम्युनिटी लीडर की भूमिका निभा सकें। साथ ही अपने परिवार के लिए रोजी-रोटी का इंतजाम कर सकें। इस तरह समाज में बदलाव लाने की दिशा मंे प्रभावी भूमिका अदा कर सकें।

उन्हें स्वयं सहायता समूहों में भाग लेकर आमदनी अर्जित करने और हासिल करने के लिए प्रोत्साहित किया गया है। साथ ही उन्हें क्रेडिट बचत में योगदान करने के लिए प्रेरित किया गया है। कोशिश यही की गई है कि अंततः उन्हें स्वतंत्र रूप से और साथ ही बड़े समूहों में अपना व्यवसाय शुरू करने में सहायता प्रदान की जा सके। इन व्यवसायों में बकरी पालन, पोल्ट्री, डेयरी, किचन गार्डनिंग, सिलाई और अन्य शामिल हैं।

महिला सशक्तिकरण मॉडल, महिला भागीदारी और समावेशन के माध्यम से, उनकी सामाजिक-आर्थिक मजबूती और स्थानीय संस्थानों के निर्माण के लिए प्रोत्साहित करना कंपनी के अन्य सीएसआर कार्यक्रमों में शामिल है। ये महिलाएं जल उपयोगकर्ता संघों, एफपीओ, सखियों (सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता), और पशु सखियों (सामुदायिक पशु स्वास्थ्य कार्यकर्ता) का एक हिस्सा हैं और युवतियों से पुरुष-प्रधान पाठ्यक्रमों में नामांकन करने का आग्रह भी किया जाता है। कौशल प्रशिक्षण केंद्र अब 412 युवतियों को प्रशिक्षित करने और उन्हें 2023 में प्लेसमेंट प्रदान करने की योजना बना रहे हैं।

सीईओ (सीमेंट बिजनेस) अजय कपूर ने कहा, ‘समुदाय के लिए और इसमें भी विशेष रूप से महिला सशक्तिकरण के लिए हमारे प्रयासों के लिए सराहना और सम्मान पाकर निश्चित तौर पर हमें खुशी हो रही है। हम लगातार इस दिशा में कोशिश कर रहे हैं, ताकि महिलाओं को सीखने, बदलाव लाने और खुद को आत्मनिर्भर बनाने के साथ परिवार को आर्थिक रूप से समर्थन देने के काबिल बनाया जा सके।’

फिक्की ने समावेशी विकास में कॉर्पाेरेट भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए 1999 में भारत के पहले कॉर्पाेरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) पुरस्कार की स्थापना की। फिक्की कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी अवार्ड को बेंचमार्क के रूप में मान्यता प्राप्त है जो सामाजिक रूप से सबसे अधिक जिम्मेदार भारतीय कॉरपोरेट्स को स्वीकार करता है।

20वें फिक्की सीएसआर अवार्ड के लिए चयन प्रक्रिया अत्यंत प्रतिस्पर्धी थी और इसका आकलन 3-स्तरीय मूल्यांकन प्रक्रिया के माध्यम से किया गया था। प्राप्त नामांकनों की सीएसआर विशेषज्ञों द्वारा पूरी तरह से जांच की गई। इसके बाद, प्रतिष्ठित संस्थानों से आमंत्रित सीएसआर विशेषज्ञों के एक पैनल ने शॉर्टलिस्टेड कंपनियों के सीएसआर कार्य का ऑन-साइट मूल्यांकन किया। पुरस्कार के लिए अंतिम चयन एक स्वतंत्र जूरी द्वारा किया गया था जिसमें विभिन्न क्षेत्रों की प्रतिष्ठित हस्तियां शामिल थीं।