रांची। दी इंस्टिट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया की रांची शाखा के पदधारियों ने राज्यपाल रमेश बैस से 1 नवंबर को शिष्टाचार मुलाकात की। इंस्टिट्यूट के लिए रांची में बड़ी जमीन उपलब्ध कराने का आग्रह किया।
इंस्टिट्यूट की रांची शाखा के अध्यक्ष प्रभात कुमार ने राज्यपाल को बताया कि देश के आर्थिक विकास में चार्टर्ड एकाउंटेंट्स की महत्वपूर्ण भूमिका है। झारखंड की आर्थिक विकास में भी चार्टर्ड एकाउंटेंट्स महती भूमिका निभा रहे हैं। इस संदर्भ में अगस्त में इंस्टिट्यूट के बैनर तले रांची में झारखंड के 50 से ज्यादा सरकारी एवं निजी क्षेत्रों के उपक्रमों के सीएफओ लेवल के अधिकारियों की बैठक हुई थी। इसमें राज्य में उद्योग को बढ़ाने के उपायों पर विस्तृत चर्चा हुई थी।
प्रभात कुमार ने बताया कि चार्टर्ड एकाउंटेंसी एक प्रीमियम प्रोफेशनल कोर्स है, जो इसके विधार्थियों को वैश्विक करियर प्रदान करता है। सीए कोर्स की शुल्क भी बहुत कम है। उन्होंने बताया कि इंस्टिट्यूट की रांची शाखा भी यहां के विद्यार्थियों के अध्ययन के लिए महानगरों की तरह सुविधा देने के लिए कृतसंकल्प है।
रांची शाखा की वर्तमान सीमित भवन द्वारा पूरी सुविधा देना संभव नहीं हो पा रहा है। इस कारण सीए जैसे प्रोफेशनल कोर्स की तैयारी करने के लिए अधिकतर विद्यार्थी राज्य से बाहर जाने के लिए मजबूर हैं। इससे राज्य को राजस्व की हानि भी हो रही है।
अध्यक्ष ने राज्यपाल से निवेदन किया कि आईसीएआई के लिए एक बड़ी भूमि रांची में प्रदान की जाए। उस भूमि पर विश्वस्तरीय शैक्षणिक संस्थान का निर्माण हो सके। राज्य के सीए के विद्यार्थियों को हर तरह की सुविधा प्रदान की जा सके। उन्हें झारखंड से बाहर नहीं जाना पड़े।
इस डेलीगेट में शामिल रीजनल काउंसिल सदस्य मनीषा बियानी ने भी रांची शाखा द्वारा किये जा रहे शैक्षणिक और सामाजिक कार्यों के बारे में राज्यपाल को अवगत कराया। कहा कि हम चार्टर्ड एकाउंटेंट्स देश और राज्य में आर्थिक सुधार के लिये विश्वस्तरीय सुविधाएं दे रहे हैं।
राज्यपाल ने जमीन दिलाने में हर सम्भव सहायता करने का आश्वासन दिया। शिष्टमंडल में इंस्टिट्यूट की रांची शाखा के सचिव अभिषेक केडिया और रीजनल काउंसिल सदस्य मनीषा बियानी भी शामिल थे।