शादी में प्री वेडिंग प्रथा बंद करेगा झारखंड प्रांतीय मारवाड़ी सम्मेलन

झारखंड
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  • राज्‍यपाल ने मरीज के परिजनों के लिए रिम्‍स के पास भवन बनाने की अपील की

रांची। झारखंड प्रांतीय मारवाड़ी सम्मेलन का अष्टम अधिवेशन रांची जिला मारवाड़ी सम्मेलन के आतिथ्य में मारवाड़ी भवन में 13 नवंबर को हुआ। अधिवेशन का उद्घाटन झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस ने किया। अधिवेशन में पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे।

राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि कोरोना काल में मारवाड़ी समाज ने सामाजिक कार्य में अपना अतुलनीय योगदान दिया है। समाज में संस्कार में महिलाओं का भागीदारी होनी चाहिए। बच्चों में संस्कार और संस्कृति का विकास परिवार के गलत मार्ग से बचने में सहायक सिद्ध होता है।

राज्‍यपाल ने अपील की कि अस्पतालों में आने वाले मरीजों के परिजन इधर-उधर भटकते हैं। उनके ठहरने का उचित बंदोबस्त करना आवश्यक है। इसके लिए एक भवन का निर्माण रिम्स के आसपास करें। विवाह में फिजूलखर्ची, मृत्यु भोज पर अनावश्यक खर्च से समाज को बचना होगा। समाज हमेशा जवान रहे। समय एवं सोच भले ही बूढ़ा हो जाए। सामाजिक कार्य निरंतर चलते रहना चाहिए।

मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि मारवाड़ी समाज राज्य की आन बान और शान है। देश के संकट को निकालने में मारवाड़ी समाज की अहम भूमिका रही है। समाज की कुरीतियां और रूढ़िवादी परंपरा समाज को बदलने के लिए चिंतन करने की आवश्यकता है। समाज गरीब निर्धन की सेवा करें। समृद्ध राज्य में समाज की अहम भूमिका हो।

मुख्य वक्ता अखिल भारतीय वर्षीय मारवाड़ी सम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोवर्धन प्रसाद गाड़ोदिया ने कहा कि 87 साल पुरानी मारवाड़ी सम्मेलन सामाजिक संस्था पर हम सब को गर्व है। यह संस्था देशभर के मारवाड़ी समाज के सदस्यों के बीच समन्वय करती है। इसके द्वारा विभिन्न प्रकार के सामाजिक सुधार एवं सेवा कार्य भी चलाए जाते है।

अधिवेशन में प्रांतीय अध्यक्ष ओम प्रकाश अग्रवाल ने नवनिर्वाचित प्रांतीय अध्यक्ष बसंत कुमार मित्तल को अध्यक्ष पद की शपथ दिलाई। इसके बाद राज्यपाल रमेश बैस, मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास और सभी सम्मानित अतिथियों ने ‘संकल्प 2022’ स्मारिका का विमोचन किया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता झारखंड प्रांतीय मारवाड़ी सम्मेलन के प्रांतीय अध्यक्ष ओमप्रकाश अग्रवाल ने की। अधिवेशन का संचालन सम्मेलन पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनय कुमार सरावगी ने की। अधिवेशन में आगंतुक और सभी विशिष्ट अतिथियों का अभिनंदन जिलाध्यक्ष सुरेश चंद्र अग्रवाल, स्वागत मंत्री ललित कुमार पोद्दार ने स्मृति चिन्ह एवं बुके देकर किया गया।

नवनिर्वाचित अध्यक्ष बसंत कुमार मित्तल ने कहा कि 2 वर्षों में संगठन को मजबूत करना, सभी अनुषंगिक इकाइयों को जोड़ना, गलत कुरीतियों को दूर करना, शादी में प्री वेडिंग की प्रथा को बंद करना और पंचायती व्यवस्था को लागू कराना, प्रांतीय भवन एवं बालिकाओं के लिए छात्रावास का निर्माण कराना आदि शामिल है।

कार्यक्रम को अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्षा नीरा बथवाल एवं धनबाद के पूर्व मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल ने भी संबोधन करते हुए कहा कि समाज में शिक्षा, चिकित्सा एवं अन्य सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर अपना योगदान दें।

स्वागत अध्यक्ष महेश पोद्दार ने राजस्थानी साफा पहनाकर एवं स्मृति चिन्ह देकर राज्‍यपाल का अभिनंदन किया। पूर्व सीएम का प्रांतीय अध्यक्ष ओम प्रकाश अग्रवाल ने साफा पहनाकर एवं स्मृति चिन्ह देकर अभिनंदन किया गया। उद्घाटन सत्र का धन्यवाद ज्ञापन प्रांतीय महामंत्री पवन शर्मा ने किया।

समापन समारोह के मुख्य अतिथि झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा समाज एवं संगठन को धरातल पर बौद्धिक विकास होना आवश्यक है, जिससे समाज के निचले स्तर को मजबूती प्रदान की जा सके। उन्होंने कहा कि मिट्टी की मूर्ति को बना कर मेवा खिलाते हैं। घर की सीता लक्ष्मी को दहेज के लिए जलाते हैं। देश मे दहेज जैसी कुरीतियां को खत्म करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि सेवा संस्कार संस्कृति को बचाना है। मन के भय को निकालना है।

विशिष्ट अतिथि रांची के विधायक सीपी सिंह ने कहा कि एक कहावत है जहां न जाए बैलगाड़ी वहां पहुंचे मारवाड़ी। मारवाड़ी समाज का योगदान समाज के हर वर्ग और हर क्षेत्रों में व्यापक मात्रा में अपनी सेवा के माध्यम से लोगों तक पहुंच पाती है।

मुख्य वक्ता कोल्हान विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति डॉ पवन पोद्दार ने कहा कि देश के आंदोलन में मारवाड़ी समाज का बहुमूल्य योगदान रहा है। समाज सभी सामाजिक कार्यों में भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं।

सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह एवं दुपट्टा ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। समापन समारोह का संचालन रवि शंकर शर्मा ने किया। धन्यवाद स्वागत मंत्री ललित कुमार पोद्दार ने किया। अधिवेशन में देश के कई राज्यों एवं झारखंड प्रदेश के सभी जिलों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

अधिवेशन में-उत्कल प्रांत के अध्यक्ष गोविंद लाल अग्रवाल, कर्नाटक प्रांत के अध्यक्ष सुभाष अग्रवाल, दिल्ली के महावीर रुंगटा, राजकुमार केडिया, भागचंद पोद्दार, विष्णु राजगढ़िया, किशोर मंत्री, अरुण बुधिया, मनोज बजाज, संजय सर्राफ, प्रदीप राजगढ़िया, राजेंद्र केडिया, नंदकिशोर पाटोदिया मनोज चौधरी, सुभाष पटवारी, कौशल राजगढ़िया, अशोक नारसरिया, प्रेम मित्तल, दीपक पारीक, निर्मल बुधिया, मंजीत जाजोदिया, आकाश अग्रवाल, नरेश बंका रोहित पोद्दार, प्रमोद सारस्वत, श्याम सुंदर अग्रवाल शशांक भारद्वाज, अजय बजाज, द्वारिका अग्रवाल, पवन पोद्दार, मनोज रुइया, अमित चौधरी, राम बांगड़, प्रकाश पटवारी, कमल खेतावत, सुनील केडिया, श्याम सुंदर शर्मा, मनीष लोधा, सुनील पोद्दार, राजेश भरतीया, रमाशंकर बगड़िया, सौरभ कुमार, अनु अग्रवाल, नेहा पटवारी के अलावे बड़ी संख्या में सदस्यों ने भाग लिया। उक्त जानकारी मीडिया संयोजक संजय सर्राफ ने दी।