संघ ने मुख्‍य सचिव से कहा, बिना सुरक्षा किट के ही कोविड सेंटरों पर ली जा रही शिक्षकों की सेवा

झारखंड
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रांची। अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ ने मुख्‍य सचिव से कहा कि बिना सुरक्षा किट के ही कोविड सेंटरों पर शिक्षकों की सेवा ली जा रही है। गंभीर रूप से बीमार और 50 वर्ष से अधिक आयु के शिक्षकों को भी इन कार्यों में लगाया गया है। आईसीयू में शिक्षकों की जोखिम भरी प्रतिनियुक्ति की गई है। शिक्षक संघ ने मुख्य सचिव को इस संदर्भ में पत्र लिखा है।

सुरक्षा सामग्री नहीं दी जा रही

संघ के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र चौबे, महासचिव राममूर्ति ठाकुर और मुख्य प्रवक्ता नसीम अहमद ने कहा है कि राज्य में कोरोना संक्रमण से उत्पन्न परिस्थिति में शिक्षकों को विभिन्न अस्पताल, कोविड एवं वैक्सीन केंद्रों, आईसीयू, कोविड जांच कैंप, आइसोलेशन सेंटर आदि पर जगहों पर प्रतिनियुक्त किया गया है। दुखद पहलू यह है कि ऐसे जोखिम भरे स्थानों पर ड्यूटी करने वाले शिक्षकों को ना तो पीपीई किट ही दि‍या जा रहा है और ना ही अन्य किसी प्रकार की सुरक्षा सामग्री।

सरकार में सुनने वाला कोई नहीं

यहां तक कि गंभीर रूप से बीमार और 50 वर्ष से अधिक आयु के शिक्षकों को भी इन कार्यों में लगाया गया है, जबकि ऐसे लोगों के खुद संक्रमित होने की आशंका अधिक होती है। वैसे भी विभिन्न जिलों में कई शिक्षक संक्रमित भी हो रहे है। कई शिक्षकों की जानें भी जा चुकी है। इससे राज्य के शिक्षकों में भय का माहौल व्याप्त है। भयावह स्थिति को देखते हुए शिक्षक अपने आप को असहाय समझ रहे हैं। सरकार में शिक्षक समुदाय का कोई सुनने वाला नहीं।

स्वास्थ्य बीमा की घोषणा की जाए

शिक्षक संघ ने इसे कोरोना ड्यूटी मानकों के विरुद्ध बताते हुए शिक्षकों की आईसीयू में शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति नहीं करने की मांग की है। राज्य के मुख्य सचिव को प्रेषित पत्र में संघ ने सरकार से यह भी मांग की है कि गंभीर बीमारी से ग्रस्त एवं 50 वर्ष से अधिक आयु के शिक्षकों से कोविड केंद्रों में सेवा नहीं ली जाए। अन्य कोविड केंद्रों में प्रतिनियुक्त शिक्षकों को पीपीई किट अवश्य उपलब्ध कराई जाए। कोविड ड्यूटी में सेवा दे रहे किसी शिक्षक या उनके परिवार के संक्रमित होने पर उनके इलाज की उच्चस्तरीय व्यवस्था राज्य सरकार करे। प्रतिनियुक्त शिक्षकों को 50 लाख के स्वास्थ्य बीमा की घोषणा की जाए।

आवश्यक सुविधा मुहैया कराई जाए

संघ के पदधारियों ने कहा है कि असुरक्षित माहौल में शिक्षकों की आईसीयू या कोविड केंद्रों पर प्रतिनियुक्ति संक्रमण को रोकने के बजाय इसे बढ़ाने वाला कदम साबित हो सकता है। इसलिए सेवा कार्य में जुटे शिक्षकों के व्यक्तिगत एवं पारिवारिक सुरक्षा के प्रति सचेत रहते हुए उन्हें आवश्यक सुविधा मुहैया कराई जाए।

पूर्णत: बंद रहे राज्य के सभी स्कूल

कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए सरकार द्वारा 22 से 29 अप्रैल तक घोषित स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के निर्देशों के आलोक में गुरुवार को राज्य के सभी स्कूल पूर्णतः बंद रहे। गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग के निर्देश के अनुसार आज से स्वास्थ्य, आपदा प्रबंधन, जल संसाधन, विद्युत, पुलिस विभाग एवं राज्य जिला और प्रखंड स्तरीय प्रशासनिक कार्यालयों को छोड़कर सभी विभागों को 29 अप्रैल तक बंद रखा गया है, जिसका असर आज सभी जगह देखने को मिला।