अहमदाबाद। खबर चुनावी है। बिहार के सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू भी गुजरात चुनाव में दावेदारी ठोक रही है। नीतीश कुमार ने इस बार के चुनाव में अहमदाबाद की बापूनगर सीट से एक ऐसे शख्स को टिकट दिया है, जो 2022 के गुजरात दंगों का गवाह है।
जेडीयू ने बापूनगर विधानसभा सीट पर 45 साल के इम्तियाज खान पठान को अपना उम्मीदवार बनाया है। 2002 के गुलबर्ग सोसाइटी दंगों के मामले में इम्तियाज अहम गवाह हैं इससे पहले 2019 के लोकसभा चुनाव में भी इम्तियाज ने अपना देश पार्टी के टिकट पर खेड़ा सीट से दांव आजमाया था।
जेडीयू कैंडिडेट इम्तियाज पठान ने चुनाव आयोग को जो हलफनामा सौंपा है, उसके मुताबिक उनकी चल संपत्ति 96 हजार है। उनके पास एक दुपहिया वाहन है, जिसकी कीमत 56 हजार रुपये है।
वहीं अचल संपत्ति के नाम पर उनके पास कुछ नहीं है। हलफनामे में उन्होंने अपना पेशा दिहाड़ी मजदूर बताया है। इम्तियाज ने इससे पहले असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन का दामन थामा था। लेकिन टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने इस्तीफा दे दिया था।
यहां बता दें कि गुजरात के गोधरा में 27 फरवरी 2002 को कारसेवकों को जिंदा जलाए जाने के बाद पूरे राज्य में दंगे भड़क गए थे। दंगों में अहमदाबाद के मेघानीनगर स्थित गुलबर्ग सोसाइटी उजाड़ हो गई थी।
28 फरवरी 2002 को गुलबर्ग सोसाइटी दंगे में 69 लोगों की मौत हो गई थी। हिंसा के दौरान जो बच गए वे अपना घर छोड़कर यहां से चले गए। गुलबर्ग सोसाइटी केस में कुल 72 लोगों पर केस चला। आरोपियों में से छह की मौत हो गई थी, जबकि 38 बरी हो गए।
कांग्रेस के पूर्व सांसद एहसान जाफरी समेत 69 लोगों को जिंदा जलाने के मामले जून 2016 में 24 दोषियों को सजा हुई। 11 दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। तीन ने अपनी सजा पूरी कर ली, जबकि 21 जमानत पर बाहर हैं। मामले के 4 आरोपी अब तक फरार हैं।
आपको बता दें कि गुजरात में विधानसभा की 182 सीटें हैं। बापूनगर सीट पर दूसरे चरण में 5 दिसंबर को मतदान है। पहले चरण में 89 और दूसरे चरण में 93 सीटों पर वोटिंग है। वोटों की गिनती 8 दिसंबर को हिमाचल प्रदेश के साथ होगी।
2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 99 और कांग्रेस ने 77 सीटों पर जीत हासिल की थी। इस बार आम आदमी पार्टी भी चुनाव में ताकत लगा रही है। अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने इसुदान गढ़वी को अपना सीएम कैंडिडेट बनाया है।