मजदूरों ने मांगा दिवाली बोनस, तो फैक्ट्री मालिक ने सुनाया ये फरमान

उत्तर प्रदेश देश
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उत्तर प्रदेश। उत्तर प्रदेश के कानुपर से हैरान कर देने वाली खबर सामने आयी है। दिवाली बोनस मांगने पर 150 मजदूरों को नौकरी से बाहर करने का मामला सामने आया है।

10 साल से मजदूरों को बोनस नहीं दिया गया। उनकी यह मांग मजदूरों को भारी पड़ गई और 150 मजदूरों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ा। इस मामले को सुनकर हर कोई हैरान है कि बोनस मांगना क्या इतनी बड़ी गलती है कि उनको नौकरी से ही बाहर कर दिया गया। फैक्ट्री के इस एक्शन से मजदूरों में काफी रोष है।

एक मजदूर ने बताया कि वह 5 साल से इस फैक्ट्री में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि फैक्ट्री के आलोक झांझरिया और आर्यन तिवारी ने डिप्टी कमीश्नर के सामने बोनस देने का वादा किया था।

इतना ही नहीं यह भी कहा गया कि किसी को निकाला नहीं जाएगा और 20 तारीख तक बोनस दिया जाएगा, लेकिन धोखाधड़ी की गई और सिर्फ 15 लोगों को ही अंदर लिया गया।

मजदूर ने बताया कि एक दिन पहले ही फैक्ट्री की तरफ से डिप्टी कमीश्नर के सामने साइन करके ये वादे किए गए थे, लेकिन अब ये नकार रहे हैं और कह रहे हैं कि प्रोडक्शन डाउन हो गया है।

मजदूरों ने यह भी आरोप लगाया कि जनवरी में धोखे से उन्हें ठेकेदारी में ड़ाल दिया और 4-5 महीने बाद उन्हें पता चला कि वह ठेकेदारी में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 11 सालों से मजदूरों को बोनस नहीं दिया गया है। मजदूर 320 रुपए प्रति दिन के हिसाब से काम करते हैं।

भारतीय किसान यूनियन के नेता देवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि मजदूरों के मुद्दे पर उन्होंने फैक्ट्री के मालिक से बात की। उन्होंने बताया कि फैक्ट्री की तरफ से उन्हें समझाया गया कि यह धोखाधड़ी नहीं है और स्टॉक नहीं है इसलिए लेबर काम नहीं करेगी, लेकिन दूसरे मजदूरों को रख लिया गया और अंदर काम चल रहा है।