- सोशल मीडिया के दौर में भी पत्रों की अहमियत बरकरार : पोस्टमास्टर जनरल
वाराणसी (उत्तर प्रदेश)। डाक विभाग नवीन सेवाओं और नई टेक्नोलॉजी के साथ अपनी सेवाओं का निरंतर विस्तार करते हुए नित्य समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंच रहा है। मोबाइल, ईमेल और सोशल मीडिया के इस दौर में भी पत्रों की अपनी अहमियत है। आज भी तमाम महत्वपूर्ण दस्तावेज-सरकारी व कोर्ट संबंधी पत्रों के साथ आधार कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आई कार्ड, पैन कार्ड, विभिन्न बैंकों की चेक बुक व एटीएम कार्ड डाकघरों से ही भेजे जाते हैं।
‘राष्ट्रीय डाक सप्ताह’ के अंतर्गत ‘मेल एवं पार्सल दिवस’ पर वाराणसी कैंट प्रधान डाकघर कैम्पस में आयोजित ‘ग्राहक सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने उक्त उद्गार व्यक्त किये। इस दौरान डाक विभाग को स्पीड पोस्ट सेवा में सर्वाधिक बिजनेस देने के लिए भारतीय जीवन बीमा निगम, मंडलीय कार्यालय, भेलूपुर, क्षेत्रीय कर्मचारी भविष्य निधि कार्यालय, पहड़िया और केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर आयुक्तालय, वाराणसी को पोस्टमास्टर जनरल ने सम्मानित भी किया।
इंटरनेशनल मेल्स के क्षेत्र में गीता प्रेस, बालाजी वीएच इम्पेक्स और प्रेषक एंड सेंडर फर्मों को सम्मानित किया गया। डाक विभाग द्वारा मेल एवं पार्सल सेवाओं के क्षेत्र में किये जा रहे तमाम नवाचारों और सुविधाओं के बारे में डाक निरीक्षक वीएन द्विवेदी द्वारा पॉवर प्वाइंट प्रजेंटेशन के द्वारा विस्तार से जानकारी दी गयीI
पोस्टमास्टर जनरल ने पार्सल सेवाओं के बारे में नवाचार की चर्चा की। उन्होंने कहा कि डाकघरों में पार्सल भेजने वाले ग्राहकों के लिए विशेश्वरगंज स्थित वाराणसी प्रधान डाकघर और वाराणसी कैंट प्रधान डाकघर में पार्सल पैकिंग यूनिट की स्थापना की गयी है। ई-कॉमर्स को बढ़ावा देने के लिए कैश-ऑन-डिलेवरी वस्तुओं और वस्तुओं के बीमा शुल्क में भी कमी कर डाक शुल्क की नयी दरें लागू की गयी हैं।
आने वाले दिनों में पार्सल के रिटर्न पिकअप, ओटीपी आधारित वितरण, स्मार्ट मशीन के माध्यम से पार्सलों की बुकिंग व वितरण की सुविधा भी मुहैया करायी जायेगी। अंतर्राष्ट्रीय डाक के त्वरित निस्तारण हेतु जहाँ वाराणसी में अंतर्राष्ट्रीय व्यवसाय केंद्र की स्थापना की गयी है वहीं गाजीपुर में डाक निर्यात केंद्र आरम्भ किया गया है।
यादव ने बताया कि डाक विभाग ने तमाम कस्टमर फ्रेंडली सेवाएं आरंभ करके ग्राहकों को अपनी तरफ आकर्षित किया है। श्री काशी विश्वनाथ सहित तमाम प्रसिद्ध मंदिरों के प्रसाद और पवित्र गंगा जल स्पीड पोस्ट से लोगों के पास पहुंच रहे हैं।
पार्सल वितरण के लिए नोडल डिलीवरी सेंटर तो ई-कॉमर्स उत्पादों के लिए कैश ऑन डिलीवरी की सुविधा दी जा रही है। लेटर बॉक्स से नियमित निकासी के लिए ‘नन्यथा’ एप और डाक वितरण के लिए पोस्टमैन मोबाइल एप के माध्यम से डाकिया को हाईटेक बनाया गया है। आज डाकिया सिर्फ पत्र ही नहीं लाता, वह चलता-फिरता बैंक बनकर वित्तीय समावेशन में भी अहम भूमिका निभा रहा है।
पोस्टमास्टर जनरल ने कहा कि डाक विभाग विभिन्न व्यवसाय समूहों के हिसाब से विभिन्न प्रकार की योजनाएं संचालित कर रहा है। इसमें स्पीड पोस्ट, बिजनेस पार्सल, बिजनेस पोस्ट, मीडिया पोस्ट, बिल मेल सर्विस, रिटेल पोस्ट, लॉजिस्टिक्स पोस्ट, डायरेक्ट पोस्ट, ई-पोस्ट, ई-पेमेंट इत्यादि प्रमुख हैं।
इस अवसर पर वाराणसी पूर्वी मंडल के प्रवर डाक अधीक्षक राजन, डाक अधीक्षक पीसी तिवारी, सहायक निदेशक ब्रजेश शर्मा, सीनियर पोस्टमास्टर सीएस बरुआ, सहायक अधीक्षक अजय कुमार, आरके चौहान, इसके चौधरी, दिलीप यादव, डाक निरीक्षक श्रीकांत पाल, वीएन द्विवेदी, इंद्रजीत पाल, रमेश यादव कैंट प्रधान डाकघर पोस्टमास्टर गोपाल दुबे सहित विभिन्न कॉरपोरेट संस्थानों, विभागों के प्रतिनिधि सम्मिलित हुए। कार्यक्रम के अंत में सभी विशिष्ट ग्राहकों को पोस्टमास्टर जनरल ने सम्मानित भी किया।