हे भगवान, व्रती और श्रद्धालु इस सड़क से होकर कैसे जाएंगे छठ घाट

झारखंड धर्म/अध्यात्म
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विवेक चौबे

गढ़वा। हे भगवान। व्रती और श्रद्धालु इस सड़क से होकर कैसे छठ घाट जाएंगे। सड़क की दुदर्शा देखकर हर कोई यही बोल रहा है। यह हाल झारखंड के गढ़वा जिले के कांडी प्रखंड के सतबहिनी झरना तीर्थ स्थल स्थित छठ घाट तक जाने वाली सड़क का है। इसमें जगह-जगह बड़े-बड़े पत्थर बिखरे पड़े हैं।

बता दें कि हरीगांवा मोड़ से सतबहिनी झरना तीर्थ स्थल तक सड़क का निर्माण कार्य हो रहा है। संवेदक ने पिछले 6 महीने से सड़क को जेसीबी से उखाड़ कर उसपर बड़े-बड़े स्पॉल पत्थर बिछाकर यूं ही पूरी सड़क में छोड़ दिया है। पत्थर को ढ़कने के लिए कुछ भी नहीं डाला गया है।

इस सड़क का निर्माण राज्‍य संपोषित योजना से किया जा रहा है। संवेदक की लापरवाही से विगत 6 महीने से यह स्थिति बनी हुई है। इसी स्थिति में लोग पैदल या सभी प्रकार के वाहनों से किसी प्रकार आवागमन कर रहे हैं। इन पत्थरों से दोपहिया वाहन के टायर लगातार पंचर हो रहे हैं।

अब इसी सड़क से होकर छठ महापर्व में हजारों छठ व्रती‍ व्रत करने सतबहिनी झरना तीर्थ स्थल जाने का विवश होंगे। नियम के अनुसार छठ व्रती‍ खाली पैर और पैदल चलकर घर से घाट तक जाती हैं। बहुतों व्रती‍ दंडवत करते हुए छठ घाट तक जाते हैं। सड़क को ढंककर समतल नहीं किया गया तो छठ व्रतियों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा।

आठ किलोमीटर लंबी उक्त सड़क में सतबहिनी छठ घाट के अलावे दूसरे गांव के छठ व्रतियों व अन्य लोगों को घाट तक पहुंचने में मुश्किल होगी। कारण पूरी सड़क में स्पॉल पत्थर बिछाकर संवेदक ने छोड़ दिया है।

इस सम्बन्ध में हिन्दू धार्मिक न्यास बोर्ड सतबहिनी झरना तीर्थ स्थल के कार्यकारी अध्यक्ष अजय सिंह ने बताया कि संवेदक से बात हुई है। छठ पूजा शुरू होने से पूर्व उक्त सड़क को समतल कर दिया जाएगा। छठ व्रतियों को सतबहिनी झरना तीर्थ पहुंचने में किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होगी।