नई दिल्ली। समाजवाद पार्टी को डबल झटका लगा है। एक ओर कोर्ट ने भड़काऊ भाषण के मामले में आजम खान को तीन साल की जेल की सजा सुनाई है। दूसरी ओर चुनाव आयोग ने पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव से उनके लगाये आरोपों का सबूत मांगा है। उन्हें 10 नवंबर तक का समय दिया गया है।
चुनाव आयोग ने समाजवादी प्रमुख अखिलेश यादव को सार्वजनिक मंचों पर उनके लगाए आरोपों को साबित करने के लिए सबूत पेश करने को कहा है। यादव ने कहा था कि चुनाव आयोग ने भाजपा के इशारे पर लगभग सभी यूपी विधानसभा क्षेत्रों में यादव और मुस्लिम समुदाय के मतदाताओं के 20,000 नाम जानबूझकर हटा दिए।
चुनाव आयोग ने समाजवादी पार्टी प्रमुख को 10 नवंबर 2022 तक आयोग को विवरण प्रस्तुत करने को कहा है ताकि आवश्यक कार्रवाई की जा सके। उन्हें इतनी बड़ी संख्या में हटाए जाने का विधानसभा के मुताबिक जानकारी प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है।
उधर, साल, 2019 के भड़काऊ भाषण मामले में समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान और 2 अन्य आरोपियों को 3 साल जेल की सजा और 2000 रुपए जुर्माना लगाया गया।
न्यायालय द्वारा 3 साल जेल की सजा सुनाए जाने पर पार्टी के नेता आजम खान ने कहा कि ये अधिकतम सजा थी, जिसमें जमानत अनिवार्य प्रावधान है। इस आधार पर जमानत मिली। लेकिन मैं इंसाफ का कायल हो गया।
आजम खान के वकील विनोद यादव ने कहा कि हमने अभी फैसला पढ़ा नहीं है, लेकिन हम इस फैसले के खिलाफ अपील करेंगे। जमानत मिल गई है। अपील फाइल करने के लिए एक सप्ताह का समय मिला है।