रांची। झारखंड के कई जिलों के किसान सुखाड़ की मार झेल रहे हैं। राज्य के 200 से अधिक प्रखंड मध्यम और गंभीर सुखाड़ की जद में हैं। सुखाड़ की स्थिति से किसान परेशान हैं। हालांकि इस स्थिति में सोइबर ठगों की चांदी हो गई है।
दरअसल, साइबर ठगों ने इसे ठगने के लिए इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। दरअसल, साइबर ठग सुखाड़ की राहत के लिए किसानों द्वारा भरे जा रहे फॉर्म से मोबाइल नंबर जुगाड़ कर ले रहे हैं। इसके बाद किसानों को कॉल करने लगे हैं।
किसानों को फोन करने वाला खुद को कृषि विभाग का कर्मचारी बताता है। कॉल में जमीन का खाता प्लॉट पूछने के बाद एक टीम सपोर्ट एप डाउनलोड करने के लिए बोला जाता है। यह भी पूछा जाता है कि प्रिय कृषि से संबंधित एक मैसेज आया है।
बताया जाता है कि मैसेज बताने के दौरान ही पैसा आपका अकाउंट से उड़ जाता है। किसी प्रकार का मैसेज नहीं मिलने पर अंत में बरगलाकर फोन पे नंबर मांगा जाता है। किसानों को झांसे में लिया जाता है कि फोन पे में पैसा जायेगा। इसलिए नंबर जरूरी है।
किसान इस धोखाधडी से सतर्क रहें। सुखाड़ को लेकर जमीन के बारे में मांगी जाने वाली किसी तरह की जानकारी साझा नहीं करें। सरकारी कर्मी कभी भी फोन करके और इतनी जानकारियां नहीं लेते हैं।
किसी तरह की साइबर ठगी हो जाने पर हेल्पलाइन 1930 पर कॉल करके सहायता प्राप्त कर सकते हैं।