प्रशांत अंबष्ठ
बेरमो (बोकारो)। कथारा प्रक्षेत्र अंतर्गत गोविंदपुर परियोजना स्थित मनटिको नाला पर बना लोहा पुल टूटा गया। सीसीएल प्रबंधन की लापरवाही से यह हुआ है। इसकी जांच कर दोषी पर कार्रवाई की जानी चाहिए। उक्त बातें राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर यूनियन के क्षेत्रीय सचिव विल्सन फ्रांसिस उर्फ बबलू ने घटना का जायजा लेने के बाद कही। उन्होंने कहा कि इस हादसे में एक मजदूर घायल हो गया है।
बता दें कि गोविंदपुर परियोजना के मनटिको नाला पर एक लोहा का पुल बना हुआ है। 11 अगस्त को लगातार बारिश होने के कारण पुल के किनारे से मिट्टी का कटाव हो रहा था। इस दौरान गोविंदपुर परियोजना का एक मजदूर बालेश्वर महतो रात के करीब साढ़े नौ बजे ड्यूटी जा रहा था। इस क्रम में पुल का एक किनारा ध्वस्त हो गया। वह करीब 30 फीट नीचे जा गिरा। घटना की जानकारी मिलने के बाद आनन-फानन में आसपास के मजदूर उसे तत्काल वहां से रेस्क्यू कर सीसीएल के कथारा अस्पताल में भर्ती कराया। चिकित्सकों ने प्राथमिक इलाज के बाद उसे बेहतर इलाज के लिए बोकारो रेफर कर दिया।
पिछले एक सप्ताह से लोहा पुल के क्षतिग्रस्त होने की जांच पड़ताल की जा रही है। इस संबंध में राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर यूनियन के कथारा एरिया के सचिव विल्सन फ्रांसिस उर्फ बबलू और स्वांग वाशरी शाखा के सचिव अवधेश सिंह ने क्षतिग्रस्त पुल का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि प्रबंधन की लापरवाही के कारण यह पुल टूटा और मजदूर गंभीर रूप से घायल हुआ है। लोहा पुल पहले काफी चौड़ा था। इस पर बड़े वाहन भी आवागमन करते थे, लेकिन पुल की चौड़ाई को कम किया गया। इस दौरान पुल के दूसरे किनारे पर जहां चार पिलर लगाए गए थे, उसमें से दो पिलर को हटे दिये गये। एक किनारे अभी भी चार पिलर यथावत है। दूसरे किनारे पर दो पिलर का हटाया जाना और उसका सुरक्षा का इंतजाम नहीं किया जाना दुर्घटना को अंजाम तक पहुंचाया।
दूसरा कारण कारण मनटीको नाला का मिट्टी कटाव किया जाना भी है। मिट्टी का कटाव और पिलर को हटाया जाना प्रबंधन की लापरवाही का परिणाम है। लिहाजा लोहा पुल का टूट गया। उन्होंने इस संबंध में जांच कर दोषी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।