सामग्री प्रबंधन के पेशे को बढ़ावा देंगे आईआईसीएम और आईआईएमएम

झारखंड
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  • दोनों संस्‍थानों के बीच किया गया एमओयू

रांची। इंडियन इंस्टि‍ट्यूट ऑफ कोल मैनेजमेंट (आईआईसीएम) और इंडियन इंस्टि‍ट्यूट ऑफ मैटेरियल मैनेजमेंट (आईआईएमएम) सामग्री प्रबंधन के पेशे को बढ़वा देंगे। इसे लेकर दोनों संस्‍थानों के बीच 2 अगस्‍त को समझौता ज्ञापन किया गया। आईआईसीएम की ईडी डॉ कामक्षी रमण और आईआईसीएम के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष एचके शर्मा ने इसपर हस्‍ताक्षर किये। इस समझौते का मुख्‍य उद्देश्‍य भारत में सामग्री प्रबंधन के पेशे को बढ़ावा देना है।

आईआईएमएम का मिशन ‘सतत विकास के माध्यम से राष्ट्रीय समृद्धि की दिशा में सामग्री प्रबंधन में व्यावसायिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देना’ है। इस संस्थान की 51 शाखाएं और 19 अध्याय पूरे देश में हैं। उद्योग, रक्षा, रेलवे और केंद्र/राज्य सरकार से लगभग 9,000 समर्पित प्रबंधक, सलाहकार और पेशेवरों की सदस्यता शक्ति रखते हैं। संस्थान का राष्ट्रीय मुख्यालय सीबीडी बेलापुर, नवी मुंबई में स्थित है।

आईआईसीएम की स्थापना वर्ष 1994 में हुई थी। इसे अत्याधुनिक सुविधाओं वाले उत्कृष्टता केंद्र के रूप में जाना जाता है। यहां सामान्य रूप से विभिन्न कॉर्पोरेट निकाय और कोयला क्षेत्र की कंपनियों को शिक्षा एवं प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए विशेष रूप से समर्पित पेशेवरों की एक टीम है।

आईआईसीएम हर साल लगभग 3,000 अधिकारियों के लिए प्रबंधन और तकनीकी विकास कार्यक्रम, कार्यशालाएं, सेमिनार इत्यादि आयोजित करता है। यह देश में अपनी तरह का सबसे बड़ा कॉर्पोरेट प्रशिक्षण संस्थान है।