रांची। बड़ी खबर झारखंड विधानसभा से है। मानसून सत्र के चौथे दिन सदन की कार्यवाही की शुरुआत हंगामेदार रही। सदन से विधायकों के निलंबन को लेकर पहले भाजपा के विधायकों ने प्रदर्शन किया। इसके बाद वे सदन से वॉक आउट हो गए।
सत्र की शुरुआत में दिन के 10:30 बजे जैसे ही भाजपा विधायक विधानसभा पहुंचे, केसरिया पारंपरिक पोशाक पहने बीजेपी विधायक सीढ़ियों पर बैठकर जमकर हंगामा किये। इस दौरान सभी विधायक हाथों में कटआउट्स थामे सरकार विरोधी नारे लगाए।
इस दौरान विधायकों ने विधायकों को निलंबन मुक्त करने, झारखंड राज्य को सूखाग्रस्त का दर्जा दिए जाने की मांग के साथ ही मौजूदा सरकार पर राज्य का इस्लामीकरण करने का आरोप लगाया।
झारखंड के स्कूलों के नाम में उर्दू शब्द जोड़ने और रविवार की जगह शुक्रवार को छुट्टी दिये जाने के मामले पर बीजेपी नेता ने हेमंत सोरेन सरकार को घेरा। विपक्षी दल के मुख्य सचेतक बिरंची नारायण ने राज्य सरकार पर हमला करते हुए कहा है कि हेमंत सोरेन सरकार झारखंड का इस्लामीकरण करने में लगी हुई है, लेकिन बीजेपी ऐसा होने नहीं देगी।
अगर वह शुक्रवार को स्कूलों में छुट्टी देगी, तो हम मंगलवार को अवकाश घोषित करने की मांग करेंगे। बिरंची नारायण ने कहा कि शिक्षा का उर्दू करण करना बंद करना चाहिए। विधायक अमर कुमार बाउरी ने कहा कि हेमंत सोरेन वैसे मुख्यमंत्री हैं, जो भ्रष्टाचार को समर्थन दे रहे हैं, उन्हें गद्दी छोड़ देनी चाहिए।
प्रदर्शन के दौरान विधायक नीरा यादव ने कहा हेमंत सोरेन सरकार झारखंड का इस्लामीकरण करने में लगी हुई है, ऐसा कर वह अपनी कमियों को छुपाने का प्रयास कर रही है। सरकार की तुष्टिकरण की यह नीति विनाशकारी है। वहीं, जमशेदपुर पूर्वी से विधायक सरयू राय ने कहा कि शिक्षा मंत्री रहते नीरा यादव ने कुछ स्कूलों से उर्दू शब्द हटाने का निर्देश दिया था, लेकिन इस बात की पड़ताल होनी चाहिए कि वह कौन सी ताकतें हैं, जो इस तरह के आदेश को रोकने का काम किया। प्रदर्शन में भाजपा के कांके विधायक समरी लाल, अमर कुमार बाउरी सहित करीब एक दर्जन भाजपा विधायक मौके पर मौजूद थे।