महिलाओं को मिला खाद्य प्रसंस्करण से मोटे अनाज, फल और सब्जियों के मूल्यवर्धन पर प्रशिक्षण

झारखंड
Spread the love

रांची। खाद्य प्रसंस्करण से मोटे अनाजों, फल और सब्जियों का मूल्यवर्धन विषयक दूसरा प्रशिक्षण 16 जुलाई को संपन्न हुआ। इसका आयोजन बीएयू के सामुदायिक विज्ञान विभाग और आईसीएआर-इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ एग्रीकल्चरल बायोटेक्नोलॉजी (आईआईएबी), रांची के संयुक्त तत्वावधान में हुआ।

इसमें रांची जिले के नामकुम प्रखंड के तेतरी डाहु, बारटोली, मालती, मानपुर आदि गांव की 22 महिलाओं ने भाग लिया। समापन समारोह में आईआईएबी के प्रधान वैज्ञानिक डॉ विनय कुमार ने सभी प्रतिभागियों को मोटे अनाज, फल एवं सब्जियों के प्रसंस्करण और मूल्यवर्धन से उद्यमिता शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया। प्रशिक्षण प्रमाण-पत्र प्रदान किया।

मौके पर सामुदायिक विज्ञान की विभागाध्यक्ष एवं पाठ्यक्रम समन्यवयक डॉ रेखा सिन्हा ने बताया कि प्रसंस्करण और मूल्यवर्धन की उन्नत तकनीकी से ग्रामीण क्षेत्रों में घरेलु स्तर पर रोजगार सृजन के अनगिनत संभावनाएं है। इसे बढ़ावा देने के उद्देश्य से आईआईएबी के सौजन्य से बीएयू में 6 प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किये जाने हैं। दो प्रशिक्षण से 47 ग्रामीण महिलाएं लाभांवित हुई है। प्रतिभागियों का चयन आईआईएबी करता है। तीसरा प्रशिक्षण कार्यक्रम 26 जुलाई से होगा।

कार्यक्रम में प्रतिभागियों को विभागाध्यक्ष डॉ रेखा सिन्हा, विशेषज्ञ बिंदु शर्मा एवं डॉ नीलिका चंद्रा द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों के उपयुक्त खाद्य प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी, प्रयुक्त उपकरणों एवं मूल्यवर्धक उत्पाद व्यावहारिक तकनीकी से अवगत कराया गया।