श्रावणी मेला : सुबह 4 बजे के बाद अर्घा माध्‍यम से शुरू हुआ जलार्पण

झारखंड धर्म/अध्यात्म
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देवघर। राजकीय श्रावणी मेला, 2022 के पहले दिन 14 जुलाई को प्रातः 3.05 बजे मंदिर का पट खोला गया। इसके बाद 4 बजे से अर्घा के माध्यम से जलार्पण शुरू हुआ। श्रावणी मेला के पहले दिन से ही शिवभक्तों की गूंज से बाबा मंदिर व आसपास का क्षेत्र गुंजायमान है। इसके अलावे उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री के निर्देश पर विधि व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था के अलावा श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मेला क्षेत्र में होल्डिंग प्‍वाइंट, आवासन, पेयजल, शौचालय, स्वास्थ्य सुविधा, साफ-सफाई, स्थाई व अस्थाई ओपी, ट्रैफिक ओपी के साथ मेला क्षेत्र से संबंधित विभाग के अधिकारियों, प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारियों को सेवा भाव और विनम्रता से अपने कर्तव्य पर एक्टिव रहने का निर्देश दिया है।

इसके अलावा सुगम, कतारबद्ध और सुरक्षित जलार्पण कराने के उद्देश्य से सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी अपने-अपने चिन्हित स्थलों पर एक्टिव मोड में कार्यरत हैं। साथ ही जलार्पण के लिए कतारबद्ध कांवरियों को नेहरू पार्क से मानसिंघी फुट ओवर ब्रीज होते हुए बाबा मंदिर के गर्भ गृह में लगे अर्घा के माध्यम से जलार्पण कराया जा रहा है। साथ ही रूट लाईन के हर प्वाइंट पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम भी किये गये हैं। इसकी निगरानी लगातार उपायुक्त द्वारा की जा रही है।

उपायुक्त ने राजकीय श्रावणी मेला, 2022 के दौरान तंबाकू मुक्त मेला क्षेत्र बनाने की पहल की गयी है। ऐसे में COTPA, 2003 की धारा -4 के अन्तर्गत सार्वजनिक स्थल पर धूम्रपान करना प्रतिबंधित है। साथ ही श्रावणी मेला क्षेत्र, सार्वजनिक स्थल की परिभाषा के दायरे में आऐंगे। इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए उपायुक्त ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को कड़े शब्दों में निर्देशित किया है कि अपने स्तर से श्रावणी मेला के दौरान तंबाकू के दुष्परिणामों के प्रति आमजनमानस व श्रद्धालुओं में जागरुकता लाने के उदेश्य से कार्य करने की बात कही है।