किसानों की बेहतरी के लिए शोध और प्रसार कार्यक्रमों पर जोर

कृषि झारखंड
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  • राज्य के 16 केवीके में वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक का कार्यक्रम घोषित

रांची। कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) की शोध और प्रसार कार्यों की उपलब्धियों में बेहतर करने की सलाह एवं कार्ययोजना में सुधार के सुझावों को आगामी कार्ययोजना में समावेश को प्राथमिकता देनी होगी। केवीके वैज्ञानिक वर्तमान परिवेश में बायोफोर्टीफाइड तकनीकी एवं प्राकृतिक खेती कार्यक्रमों को बढ़ावा दे। केवीके और कृषि एवं अन्य लाइन विभागों का मुख्य उद्देश्य किसानों की बेहतरी में ही निहित है। केवीके के कार्यक्रमों में कृषि एवं अन्य लाइन विभागों के सहयोग एवं समन्यवय से कार्यक्रमों में अभिसरण को बढ़ावा देना वर्तमान समय की बड़ी मांग है। उक्त विचार केवीके बोकारो में आयोजित वार्षिक वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक में निदेशक आईसीएआर-अटारी पटना डॉ अंजनी कुमार ने ऑनलाइन संबोधित करते हुए कही।

बीएयू निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ जगरनाथ उरांव ने केवीके प्रसार कार्यक्रमों में किसान हित को सर्वोच्च प्राथमिकता देने, स्थानीय उपयुक्त तकनीकी को प्राथमिकता और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के दौरान स्थानीय भाषा एवं सरल ढंग से संपूर्ण कृषि तकनीकी जानकारी से अवगत कराने पर बल दिया।

बीएयू अपर निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ एस कर्माकार ने किसानों की बेहतरी के लिए स्थानीय उपयुक्त तकनीकी में निरंतर सुधार को प्राथमिकता देने पर जोर दिया। उन्होंने विभिन्न फसलों के बीज उत्पादन में गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने की जरूरत जताई, ताकि उत्पादित उन्नत बीज किसानों की पहली पसंद बने और किसानों को बेहतर उपज प्राप्त हो सके।

बिरसा कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू) अधीनस्थ कार्यरत 16 जिलों के कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) में 4 जुलाई से 12 जुलाई तक एक दिवसीय वार्षिक वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक की जायेगी। इस क्रम में निदेशालय प्रसार शिक्षा के मार्गदर्शन में केवीके बोकारो एवं केवीके धनबाद की वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक सोमवार को हुई। इस बैठक में विवि की ओर से डॉ रेखा सिन्हा, डॉ निभा बाड़ा, डॉ विनय कुमार, डॉ नैयर अली एवं डॉ अब्दुल माजिद अंसारी ने बैठक की समीक्षा की।

निदेशालय प्रसार शिक्षा ने विभिन्न केन्द्रों में आयोजित बैठकों की समीक्षा के लिए डॉ डीके शाही, डॉ सोहन राम, डॉ पीके सिंह, डॉ बीके अग्रवाल, डॉ रेखा सिन्हा, डॉ निभा बाड़ा एवं डॉ उत्तम कुमार के नेतृत्व में वैज्ञानिकों के दल को प्रतियुक्त है। बैठकों में प्रत्येक केवीके संस्थान के वैज्ञानिक अपने शोध व प्रसार कार्यक्रमों का वार्षिक प्रगति प्रतिवेदनऔर आगामी कार्ययोजना को चर्चा एवं सुझाव के लिए प्रस्तुत करेंगे। बैठक में वैज्ञानिक सलाहकार समिति के सदस्य रूप में जिला स्तर के कृषि, उद्यान, भूमि संरक्षण, पशुपालन, गव्य, मत्स्य एवं आत्मा संस्थान के पदाधिकारी, स्थानीय स्वयं सेवी संघठन और प्रगतिशील किसान भी शामिल होंगे।

इन बैठकों में निदेशक आईसीएआर-अटारी पटना, बीएयू के निदेशक प्रसार शिक्षा एवं अपर प्रसार शिक्षा एवं विभिन्न वैज्ञानिक ऑनलाइन मोड में भाग लेंगे। वैज्ञानिक सलाहकार समिति के सुझावों सहित पारित कार्ययोजना को कुलपति डॉ ओंकार नाथ सिंह की अध्यक्षता में आयोजित एक्सटेंशन एजुकेशन काउंसिल की आगामी राज्यस्तरीय बैठक में अनुमोदन प्रदान किया जायेगा।