नई दिल्ली। एशिया पैसिफिक जूनियर अचीवमेंट इंटरनेशनल ट्रेड चैलेंज इंडिया नेशनल प्रतियोगिता के तीन विजेता टीमों की घोषणा की गई। FedEx Express ने टीजीईएलएफ /जेए के साथ मिलकर इसका आयोजन किया था। यह प्रतियोगिता छात्रों द्वारा संचालित उन व्यवसायों को सम्मानित करती है, जो वैश्विक कनेक्टिविटी के सिद्धांतों को सर्वोत्तम रूप से प्रदर्शित करते हैं। चयनित टीमों को एपीएसी (एशिया प्रशांत) स्तर पर प्रतिस्पर्धा में भाग लेने का मौका मिलता है।
इस चरणबद्ध प्रतियोगिता में श्रृंखलाबद्ध वर्चुअल कार्यशालाएं आयोजित की गईं। इनमें देश भर के 33 स्कूलों के 450 से अधिक छात्र शामिल हुए। कार्यशालाओं में FedEx, टीजीईएलएफ/ जेए इंडिया (tGELF/JA India) और इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स द्वारा बाजार प्रवेश रणनीतियों के निर्माण एवं वैश्विक व्यापार की प्रमुख अवधारणाओं के संबंध में इंटरएक्टिव लर्निंग सेशन, प्रेरणादायक चर्चाएं और मेंटरिंग शामिल रहीं।
प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए तीन छात्र टीमों की पहचान की गई हैं। इनमें शिव नादर स्कूल (गुड़गांव), श्रीराम स्कूल अरावली (गुड़गांव) और पद्म शेषाद्रि बालभवन सीनियर सेकंडरी स्कूल (चेन्नई) शामिल हैं। एपीएसी प्रतियोगिता में भारतीय छात्रों को 10 से अधिक एशिया प्रशांत सदस्य देशों के प्रतिभागियों को शामिल करते हुए नई टीमों में फिर से समूहित किया जाएगा। टीम संरचना में यह परिवर्तन छात्रों को अन्य स्थानों के प्रतिभागियों के साथ अनुभव साझा करने, वैश्विक दृष्टिकोण प्राप्त करने और सहयोगी सोच को प्रोत्साहित करने के लिए एक गतिशील मंच प्रदान करता है।
FedEx Express के वाइस प्रेसिडेंट (इंडिया ऑपरेशंस) मोहम्मद सईघ ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय व्यापार चुनौती के माध्यम से, FedEx का उद्देश्य उद्यमी छात्रों की उद्यमशीलता की भावना और कौशल का पोषण करना है। जिनके विचारों में भारत और दुनिया को आगे के लिए तैयार करने की क्षमता है। प्रतियोगिता के अगले दौर में जाने के लिए हम उन्हें शुभकामनाएं देते हैं।
जेए एशिया पैसिफिक के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी मजियार साबेट ने कहा कि आईटीसी प्रतियोगिता का एक बहुत ही महत्वपूर्ण तत्व पारंपरिक कक्षा की पढ़ाई को वास्तविक जीवन, व्यावहारिक अनुभव में बदला जाना है। मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह अनुभव अमूल्य साबित होगा। भारत के हमारे छात्रों को अभी और भविष्य में सेवा प्रदान करने में सहायक होगा।