शिक्षक संघों ने स्थानांतरण नियमावली को बताया अपूर्ण और खामीयुक्‍त

झारखंड शिक्षा
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  • शिक्षा की बेहतरी के लिए मंत्री ने मांगे सुझाव, सभी संघों की बनी 11 सदस्यीय कमेटी

रांची। अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ ने शिक्षक स्थानांतरण नियमावली को अपूर्ण और खामीयुक्‍त बताया। उनका कहना था कि अभी भी अंतर जिला स्थानांतरण की कठिनाई यथावत बनी हुई है। संघ के प्रतिनिधियों ने उक्‍त बातें शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो से कही।

शिक्षा की बेहतरी के लिए शिक्षा मंत्री ने विभिन्‍न शिक्षक संघों की बैठक 9 जून को बुलाई थी। इसमें विभिन्‍न संघों से सुझाव मांगे गये। शिक्षा की बेहतरी के लिए सभी संघों की 11 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया। कमेटी के साथ 29 जून को मंत्री अगली बैठक करेंगे। उसमें विभिन्‍न समस्याओं के निराकरण का मार्ग प्रशस्त किया जाएगा।

बैठक में अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के राम मूर्ति ठाकुर, नसीम अहमद, संतोष कुमार, राकेश कुमार, अजय ज्ञानी मौजूद थे। झारखंड राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ के रविंद्र सिंह, झारखंड प्लस टू शिक्षक संघ के योगेंद्र ठाकुर, सुनील कुमार, झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के निरंजन शर्मा सहित राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, झारखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ, झारखंड सहायक अध्यापक संघ, झारखंड टेट पास सहायक अध्यापक संघ के प्रतिनिधि मौजूद थे।

शिक्षा मंत्री के समक्ष उठाये गए मुद्दे

शिक्षकों को अनावश्यक एवं अत्याधिक दैनिक रिपोर्टिंग कार्य से मुक्तकर शिक्षकों को सिर्फ कक्षा में अध्यापन कार्य करने दिया जाए।

आए दिन शिक्षकों का वेतन बंद करने की प्रवृति पर रोक लगाई जाए।

शिक्षक स्थानांतरण नियमावली अभी भी अपूर्ण और खामीयुक्त है। अभी भी अंतरजिला स्थानांतरण की कठिनाइयों यथावत बनी हुई हैं।

नई शिक्षक नियुक्ति नियमावली में शिक्षकों के घटाए गए वेतनमान पर आपत्ति दर्ज करते हुए इसे पुनः समीक्षा करने की बात रखी गई।

कोडरमा एवं देवघर में शिक्षकों का वेतन बंद रखे जाने की ओर ध्यानाकृष्टः कराते हुए तत्काल वेतन चालू कराने की बात रखी गई।

प्राथमिक एवं +2 स्कूल्स में प्रधानाधक और स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों के पद सृजित कि‍ए जाए।