रांची। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने राज्यपाल रमेश बैस से बुधवार को मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने जमशेदपुर में वीमेंस विवि और प्रोफेशनल कॉलेज को जल्द शुरू कराने का आग्रह करते हुए एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 3 फरवरी, 2019 को जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज को रूसा के अंतर्गत जमशेदपुर वीमेंस विश्वविद्यालय में प्रोन्नत कर ऑनलाईन उद्घाटन किया गया था।
जमशेदपुर वीमेंस विश्वविद्यालय का भवन भी बनकर तैयार हो गया। यह सिदगोड़ा स्थित कैंपस में है। भवन का 29 दिसंबर, 2021 को उद्घाटन भी कर दिया गया।
उपरोक्त कारवाई के बाद भी जमशेदपुर वीमेंस विश्वविद्यालय के रूप में स्थापित होकर कार्य नहीं हो पा रहा है। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2021-22 के सारे नामांकन चांसलर पोर्टल, रांची में जमशेदपुर वीमेंस विश्वविद्यालय के रूप में छात्राओं का किया गया। हालांकि छात्राएं जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज की छात्रा के रूप में परीक्षा दे रही हैं। वर्ष 2022-23 का नया सत्र जुलाई से प्रारंभ होगा। ऐसी स्थिति में छात्राओं के हित और एकेडेमिक कैरियर पर प्रभाव पड़ेगा।
पूर्व सीएम ने अनुरोध किया कि शीघ्र जमशेदपुर वीमेंस विवि में कुलपति, कुलसचिव, वित्त पदाधिकारी, वित्त परामर्शी तथा सभी विभागों के लिए पर्याप्त शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की नियुक्ति की जाए, ताकि जमशेदपुर विमेंस विश्वविद्यालय अस्तित्व में आकर झारखंड के प्रथम वीमेंस विश्वविद्यालय के रूप में प्रारम्भ कर सके। यहां छात्राओं में जो असंतोष पनप रही है, वह हर्ष में परिवर्तित हो सके।
दास ने कहा कि कोल्हान एक औद्योगिक क्षेत्र है। इस क्षेत्र में स्कील डेवलपमेंट को बढ़ावा देकर युवाओं को रोजगार से जोड़ने के उद्देश्य से भाजपा सरकार ने एक प्रोफेशनल कॉलेज का निर्माण कराया था। कॉलेज का भवन बन कर तैयार है, लेकिन राज्य सरकार पिछले ढ़ाई वर्षों से यह निर्णय नहीं ले पायी है कि इसे राज्य सरकार चलायेगी या पीपीपी मोड पर इसका संचालन किया जायेगा। इस कारण यहां अभी तक पाठ्यक्रम शुरू नहीं हो सका है। इसका संज्ञान लेकर इसके संचालन का भी आदेश निर्गत करें।