मेधा डेयरी में निर्मित दुग्ध उत्पादों का आंगनबाड़ी केंद्रों में होगा इस्तेमाल : सीएम

झारखंड
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  • मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने साहिबगंज में दुग्ध शीतक केंद्र का किया उद्घाटन

साहिबगंज। किसान-पशुपालकों को अब दूध बेचने के लिए बाजार में भटकने की जरूरत नहीं होगी। उन्हें कम कीमत पर दूध बेचने की नौबत नहीं आएगी। दुग्ध उत्पादकों को उनके दुग्ध का वाजिब मूल्य मिलेगा। इतना ही नहीं, सरकार के द्वारा उन्हें प्रति लीटर दो रुपये सम्मान राशि भी मिलेगी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 29 जून को बरहेट के पंचकठिया/बाबूपुर में दुग्ध शीतक केंद्र का उद्घाटन करते हुए ये बातें कही। मुख्यमंत्री ने पशुपालकों से कहा कि वे इन केंद्रों में अपना दूध कलेक्शन को दें, ताकि उसका समुचित  रूप से भी इस्तेमाल हो सके।

वाजिब हक दे रही सरकार

मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों और दुग्ध उत्पादकों को बढ़ावा देने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में गांवों में दुग्ध शीतक केंद्र खोले जा रहे हैं। वहीं, अनाज, फलों और सब्जियों को रखने के लिए छोटे-बड़े कई कोल्ड स्टोरेज का निर्माण भी कराया जा रहा है। सरकार का प्रयास है कि इसके माध्यम से किसानों को उनकी मेहनत का पूरा हक मिले। वे सशक्त तथा आत्मनिर्भर बन सकें।

योजनाओं का लें लाभ

मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से कहा कि वे सरकार की विभिन्न योजनाओं का जरूर लाभ लें। उन्होंने कहा कि पशुपालकों द्वारा  दुग्ध शीतक केंद्रों में जो दूध उपलब्ध कराया जाएगा, उसकी राज्य के बड़े डेयरी प्लांटों में प्रोसेसिंग की जाएगी। इसके उपरांत दूध और दूध से बने उत्पादों को राज्य के हर इलाके में बिक्री के लिए भेजा जाएगा। इन उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने का सरकार काम करेगी। उन्होंने यह भी कहा इन दूध और उससे बने दुग्ध उत्पादों की आपूर्ति आंगनबाड़ी केंद्रों में भी की जाएगी।