नई दिल्ली। देश में बिजली संकट गहरा रहा है। गैर भाजपा शासित राज्य इसका ठीकरा केंद्र सरकार पर फोड़ रहे हैं। झारखंड और राजस्थान सरकार केंद्र पर इस मामले को लेकर लगातार हमला कर रही है। इसका जवाब सोमवार को केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने दिया।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राजस्थान की कोयले की समस्या उनकी खुद की बनाई हुई है। उनको कैप्टिव कोल खदानें दी गई हैं, जिसकी क्षमता 27 मिलियन टन है। यह कैप्टिव कोल खदानें छत्तीसगढ़ में हैं, जहां कांग्रेस की सरकार है।
आरके सिंह ने कहा कि झारखंड की राजमहल कोल खदान में भी जब कोयला संकट आया, तब हमारे कोयला मंत्री कितनी ही बार झारखंड गए थे। उन पर DVC का हजारों करोड़ का कर्ज है। बिजली मुफ्त नहीं है। अगर आप उन्हें भुगतान नहीं करेंगे तो वे आपको बिजली कैसे देंगे?
बीपीएससी पेपर लीक पर केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। लाखों बच्चे साल-साल भर तैयारी करते हैं और जब ऐसी घटना होती हैं तब इन लाखों बच्चों की आशाओं को झकझोर कर रख देती है। BPSC के अध्यक्ष को सुनिश्चि करना चाहिए की ऐसी घटना आगे नहीं हो।