आनंद कुमार सोनी
लोहरदगा। सदर अस्पताल, लोहरदगा में भर्ती मरीज और परिजन रात में खाना नहीं खाते हैं। इसकी वजह हैरान कर देने वाली है। हालात जानने के बाद भी अब तक समस्या के स्थाई निराकरण नहीं किया गया है। इससे परेशानी लगातार बढ़ रही है।
जानकारी के मुताबिक सदर अस्पताल में दवा की कमी के साथ-साथ मरीज और उसके परिजनों को पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है। लोगों को रोजमर्रा के काम निपटाने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
जानकारी के मुताबिक पूरे अस्पताल में पानी की किल्लत है। स्थिति यह है कि जिले के सबसे बड़े इस सरकारी अस्पताल की किसी भी बाथरूम के नल में पानी नहीं है। लोग रात में खाना भी बाथरूम जाने के डर से नहीं खाते हैं।
लोगों ने बताया दिन तो कट जाता है, लेकिन रात काटना पानी के बगैर बेहद मुश्किल है। अस्पताल में कार्यरत कर्मचारी और नर्सों ने बताया कि जरूरत पड़ने पर रात में हाथ भी धोने के लिए पानी नहीं मिलता है।
सिविल सर्जन संजय कुमार सुबोध ने भी माना कि अस्पताल में पानी की भारी किल्लत है। पानी का मुख्य स्रोत कुआं ही है। कुआं के पानी का स्तर काफी नीचे चला गया है। कुआं से पानी मोटर द्वारा ऊपर टंकी में लिफ्ट कराया जाता है।
सिविल सर्जन ने कहा कि टैंकर की व्यवस्था के लिए नगरपालिका को बोला गया है। अब तक नगरपालिका से टैंकर उपलब्ध नहीं हो सका है। ड्राई जोन होने के कारण पानी की परेशानियों से जूझना पड़ रहा है।