ग्रामसभा का बड़ा निर्णय : नदी से नहीं होने देंगे अवैध बालू का उठाव

झारखंड मुख्य समाचार
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  • गांव की खाली जमीन पर खेती करने का निर्णय

खूंटी। नदी बचाओ अभियान के दौरान बनई नदी पर बनाए गए बोरीबांध से किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाया जाएगा। यह बातें जिले के डीसी शशि रंजन ने कही थी। इसके बाद रविवार को मुरहू प्रखंड की गानालोया पंचायत अंतर्गत मड़गांव और कोड़ाकेल पंचायत के घघारी गांव में ग्रामीणों ने विशेष ग्रामसभा का आयोजन किया।

मड़गांव में ग्रामप्रधान जुनास ढ़ोढ़राय की अध्यक्षता में और घघारी में सुशील बोदरा की अध्यक्षता में बैठक हुई। दोनों ग्रामसभाओं में सेवा वेलफेयर सोसाईटी के प्रतिनिधि ग्रामीणों के सहयोग के लिए बैठक में शामिल हुए। दोनों ग्रामसभाओं ने गांव की खाली पड़ी जमीन की सिंचाई कर खेती करने का निर्णय लिया। जिला प्रशासन के सोलर लिफ्ट एरिगेशन सिस्टम अधिष्ठापित कराने की मांग की।

ग्रामसभा मड़गांव द्वारा बनई नदी पर दो बोरीबांध बनाए गए हैं। इससे लगभग 50 एकड़ और घघारी में 25 एकड़ सूखे पड़े खेतों की पटवन हो सकती है। ग्रामसभाओं ने गांव में बनई नदी के किनारे दो सोलर लिफ्ट एरिगेशन सिस्टम लगाने का प्रस्ताव पारित किया। इससे संबंधित आवेदन सोमवार को डीसी शशि रंजन को सौंपा जाएगा। ग्रामसभा ने सोलर लिफ्ट एरिगेशन सिस्टम के रख-रखाव और सुरक्षा के लिए ग्राम सिंचाई समिति का भी गठन कि‍या।

दोनों ग्रामसभाओं ने एक प्रस्ताव पारित किया है कि अब वे अपने गांव के सीमान क्षेत्र में बहने वाली बनई नदी से अवैध बालू का उठाव नहीं होने देंगे। सरकारी योजनाओं या निजी मकान के लिए अगर बालू की आवश्यकता हुई, तो पहले ग्रामसभा में आवेदन देना होगा।