
रांची। पूर्व मुखिया पंचायत चुनाव लड़ना चाहते थे। हालांकि वह चुनाव नहीं लड़ पा रहे हैं। इसे लेकर सीओ ने बीएलओ और पंचायत सचिव को शो कॉज किया है। उन्हें 48 घंटे में जवाब देने का निर्देश दिया है। यह मामला झारखंड की राजधानी रांची के कांके प्रखंड का है।
जानकारी के मुताबिक कोकदोरो के पूर्व मुखिया खेमचंद पाहन चुनाव लड़ना चाहते हैं। हालांकि इससे वह वंचित हो गये। इस क्रम में यह बात सामने आई है कि बीएलओ और पंचायत सचिव की गलती के कारण पूर्व मुखिया का नाम मतदाता सूची से विलोपित कर दिया गया है। इसके कारण उन्हें चुनाव लड़ने से वंचित होना पड़ा है।
मतदाता सूची से नाम विलोपित किए जाने को लेकर खेमचंद्र पाहन ने रांची जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त को आवेदन दिया हे। उन्होंने कहा है कि मुझे चुनाव लड़ने से रोकने की साजिश के तहत मेरा नाम विधानसभा की मतदाता सूची के भाग संख्या 195 के क्रमांक 371 से विलोपित कर दिया गया है। इससे वह पंचायत चुनाव लड़ने से वंचित हो जा रहे हैं।
पाहन ने निर्वाचन कर्मचारी पर विधि सम्मत कार्रवाई सुनिश्चित करने की मांग की है। साथ ही, चुनाव में नामांकन की अनुमति प्रदान करने की भी मांग भी की है। सीओ कांके दिवाकर सी द्विवेदी ने बताया कि दोनों कर्मचारियों से 48 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण देने को कहा गया है।