रांची। झारखंड सरकार ने महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी कर दी है। चुनाव आयोग की अनुमति के बाद इसका आदेश 22 अप्रैल को जारी कर दिया गया है। इस आदेश से सरकारी कर्मचारियों के साथ रिटायर और पारिवारिक पेंशनभोगी भी लाभांवित होंगे। महंगाई भत्तों में 1 जनवरी, 2022 के प्रभाव से इसमें बढ़ोतरी हुई है।
आदेश में कहा गया है कि भारत सरकार के वित्त मंत्रालय (व्यय) द्वारा केंद्रीय कर्मियों को पुनरीक्षित वेतनमान/वेतन संरचना (सातवां वेतनमान) में 1 जनवरी, 2022 के प्रभाव से महंगाई भत्ते की दर को 31% से बढ़ाकर 34% कर दिया गया है। केंद्र के अनुरूप राज्य कर्मियों को वर्तमान में अनुमान्य महंगाई भत्ते की दरों में संशोधन का निर्णय सरकार द्वारा लिया गया है।
राज्य के सेवीवर्ग, वेतनमान/वेतन संरचना का पुनरीक्षण (सप्तम वेतन पुनरीक्षण) एक जनवरी, 2016 के प्रभाव से किया गया है। ऐसे कर्मियों को 1 जनवरी, 2022 के प्रभाव से वेतन का 34% महंगाई भत्ता स्वीकृत किया जाय। मूल वेतन पर महंगाई भत्ता देय है, परन्तु विशेष वेतन/वैयक्तिक वेतन इत्यादि पर देय नहीं होगा।
राज्य के पेंशनधारी/पारिवारिक पेंशनभोगियों के लिए 1 जनवरी, 2022 के प्रभाव से मूल पेंशन का 34 प्रतिशत महंगाई भत्ता स्वीकृत किया गया है। अपुनरीक्षित वेतनमान (छठा केंद्रीय वेतनमान) के अंतर्गत आने वाले कर्मियों के महंगाई भत्ता में 1 जनवरी, 2022 के प्रभाव से 196 प्रतिशत से बढ़ाकर 203 फीसदी किया गया है। इसके तहत आने वाले पेंशनधारी/पारिवारिक पेंशनभोगियों के महंगाई भत्ते में भी यह वृद्धि की गई है।
इसी तरह पंचम वेतनमान वाले का महंगाई भत्ता 1 जनवरी, 2022 के प्रभाव से 381 फीसदी कर दिया गया है।