‘ड्राप आउट बच्‍चों के स्‍कूल में नामांकन में शिक्षकों की अहम् भूमिका’

झारखंड
Spread the love

‘स्कूल रुआर 2022’ पर प्रखंडस्‍तरीय कार्यशाला का आयोजन

रांची। झारखंड की राजधानी रांची के कांके प्रखंड के अरसंडे स्थित राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय के सभागार में प्रखंड स्तरीय ‘स्कूल रुआर 2022’ की एक दिवसीय कार्यशाला 7 अप्रैल को हुई। कांके बीईईओ धीरेंद्र कुमार ने इसकी अध्यक्षता की। इसमें प्रखंड के विभिन्न विद्यालयों के प्रभारी, शिक्षक, जनप्रतिनिधि, सीआरपी, बीआरपी के साथ प्रखंड के अन्य कर्मी उपस्थित हुए।

बीईईओ ने कहा कि‍ स्‍कूल के बाहर के 5 से 18 वर्ष के बच्चों का मिशन मोड अभियान के तहत नामांकन कराने में शिक्षकों की अति महत्वपूर्ण भूमिका है। कार्यक्रम की विस्तृत चर्चा बीआरपी कांके कृष्णा प्रसाद ने की। अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के झारखंड प्रदेश के मुख्य प्रवक्ता नसीम अहमद ने कहा कि‍ कोरोना काल में खासकर छात्रों का काफी अहित हुआ है। ऐसी स्थिति में शिक्षकों की बड़ी जिम्मेदारी है। उनके भविष्य को सजाने और संवारने में शिक्षकों को जी तोड़ मेहनत करनी होगी। तभी विद्यार्थी पठन-पाठन के मेन स्ट्रीम से जुड़ पाएंगे। बहुत ही विकट स्थिति है। सीमित संसाधन में इसे करना कठिन और चैलेंजिंग है।

मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक संजय कुमार ने कार्यशाला की महत्व पर प्रकाश डाला। उन्‍होंने कहा कि‍ विकट परिस्थिति में भी छात्रों के हित को ध्यान में रखते हुए योजना को सफल बनाने में शिक्षकों की भूमिका अहम है। कार्यक्रम का पीपीटी के रूप में प्रस्तुति बीआरपी एवं एमआईएस को-ऑर्डिनेटर द्वारा किया गया। मंच संचालन एवं धन्यवाद सीआरपी अरविंद कुमार मिश्र ने किया। इस अवसर पर संजय कुमार, सविता मिंज, डॉ यासमीन परवीन, अमित कुमार, इमरोज अंसारी, संजय कुमार, अपर्णा कुमारी, ओम प्रकाश आदि लोग उपस्थित थे।