प्रशांत अंबष्ठ
गोमिया (बोकारो)। तेनुघाट थर्मल पावर स्टेशन (टीटीपीएस), ललपनिया में मंगलवार को मजदूर सगंठन समिति ने रैली निकाली। रैली निकालकर झारखंड उच्च न्यायालय द्वारा समिति पर लगे प्रतिबंध को हटाए जाने पर खुशियां मनाई गई। रैली टीटीपीएस के विभिन्न क्षेत्रों में भ्रमण कर सभा में परिवर्तित हो गई।
सभा में समिति के केंद्रीय संयोजक समिति के अध्यक्ष बच्चा सिंह ने कहा कि मजदूर सगंठन समिति मजदूरों की आवाज बनकर औद्योगिक प्रतिष्ठानों में उनके हक और अधिकार के लिये निरंतर आवाज उठाते रही है। विबंडना है कि झारंखड की तत्कालीन रघुवर दास सरकार ने सगंठन पर प्रतिबंध लगाकर मजदूरों की आवाज को दबाने का काम किया।
सिंह ने ने कहा कि बीते 22 दिसंबर, 2017 को झारखंड सरकार द्वारा संगठन को प्रतिबंधित कर दिया गया। लंबे संघर्ष के बाद प्रतिबंध को वापस लेने का आदेश झारखंड उच्च न्यायालय ने दिया। न्यायालय द्वारा कहा गया कि मजदूरों और उनके अधिकार की बात करने वाला संगठन मसस के विरुद्ध कोई भी ऐसा सबूत नहीं पाया कि वह माओवादी का अग्रणी सगंठन माना जाये। मसस पर लगे प्रतिबंध को वापस ले लिया गया।
सभा की अध्यक्षता ललपनिया संयोजन समिति के अध्यक्ष नागेश्वर मुर्मू ने की। धन्यवाद सचिव गंगा पासवान ने किया। मौके पर सारो मुंडा, रज्जाक असांरी, रमेश कुमार महतो, बलदेव मुर्मू, अर्जुन मुर्मू, प्रदीप कुमार नायर, गोविंद राम, नन्दा कुमार, सुरेश पासवान, विनोद मुर्मू सहित अन्य मजदूर उपस्थित थे।