खबर का असर : ठनिया उरांव को मिला 11 महीने का बकाया राशन

झारखंड मुख्य समाचार
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आनंद कुमार सोनी

लोहरदगा। उपायुक्त बाघमारे प्रसाद कृष्ण के एक्‍शन के बाद ठनिया उरांव को 11 महीने का बकाया राशन मिल गया। उपायुक्‍त ने मनमानी करने वाले जनवितरण प्रणाली के डीलर को सुधर जाने की चेतावनी दी है। उसे एक मौका दिया। उन्‍होंने कहा कि डीलर गरीबों का हक मार कर अपनी जेब नहीं भरें। फटकार और निर्देश के बाद ही डीलर बिहारी पाहन ने तुरंत लाभुक ठनिया उरांव के घर 11 माह का कटौती किया अनाज उपलब्ध करा दिया।

जानकारी हो कि आपके अपने न्‍यूज वेब पोर्टल दैनिक भारत 24 ने इस मामले को 7 मार्च, 2022 को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसका शीर्षक ‘खाद्य आपूर्ति मंत्री के जिले में लाभुक को 11 माह का नहीं मिला राशन’ था। इसके बाद इस खबर की चर्चा हुई। अधिकारियों ने इसपर संज्ञान लिया। इस मामले में लाभुक ने उपायुक्‍त को भी ज्ञापन सौंपा था।

यह मामला लोहरदगा सदर प्रखंड क्षेत्र के भुजनिया का है। यहां की निवासी ठनिया उरांव को बीते 11 महीने से राशन नहीं मिला था। उसने उपायुक्त को लिखित आवेदन देकर यह बात बताई था। उसने कहा था कि उसे 35 किलो अनाज राशन कार्ड के माध्‍यम से जन वितरण प्रणाली के दुकानदार बिहारी पाहन द्वारा मिला करता था।

ठनिया उरांव

पीड़ि‍ता ने कहा था कि कोरोना काल में दिसंबर, 2020 से दिसंबर, 2021 के बीच मात्र 2 माह का चावल उपलब्ध कराया गया। उसे 11 माह का 385 किलोग्राम चावल नहीं मिला। ठनिया ने आरोप लगाया था कि वह जब राशन लेने जाती है, तब उससे कहा जाता है कि अंगुली का निशान काम नहीं कर रहा है। यह कहकर उसे लौटा दिया जाता था।

पीड़ि‍ता के अनुसार प्रखंडस्तरीय पदाधिकारी से बात करने पर जनवरी और फरवरी, 2022 का राशन मिला था। उपायुक्त को लिखे आवेदन में उसने राशन डीलर द्वारा कटौती की गई राशन को दिलाने की मांग की थी।