पटना। पूर्ण शराबबंदी वाले बिहार में होली के दौरान करीब 2 दिनों में 3 जिलों- भागलपुर, बांका और मधेपुरा में 32 लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में जान जाने की सूचना है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भागलपुर जिले के अलग-अलग स्थानों पर 17 लोगों की मौत हो गई।
बांका के अमरपुर थाना क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों में 12 लोगों की मौत हुई। मधेपुरा में मुरलीगंज प्रखंड में 2 दिन में 3 लोगों की संदिग्ध स्थिति में मौत हुई है, जबकि करीब एक दर्जन लोगों का इलाज अभी चल रहा है। इनमें से 2 लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है। यह जानकारी मिल रही है कि सभी को पेट दर्द, उल्टी, सांस लेने में परेशानी और सिर में चक्कर की शिकायत थी। अब तक इन मौतों के विषय में प्रशासन की ओर से कारण की पुष्टि नहीं की गई है।
भागलपुर के साहिबगंज मोहल्ले में चार, नारायणपुर में चार, गोराडीह में तीन, कजरेली में तीन, शहर के मारूफचक, शाहकुंड और नवगछिया के साहू परबत्ता के बोडवा गांव में 11 लोगों की मौत हुई है। बांका के अमरपुर थाना क्षेत्र में शुक्रवार की रात को ही करीब 11:00 बजे से मरीजों का अमरपुर रेफरल अस्पताल आना शुरू हुआ, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद भागलपुर रेफर किया गया।
सात लोगों की मौत भागलपुर जाने के रास्ते में हो गई, जबकि चार ने मायागंज में इलाज के दौरान जान गंवा दी। बांका के एसपी अरविंद कुमार गुप्ता ने बताया कि एसडीएम और एसडीपीओ के नेतृत्व में जांच टीम का गठन किया गया है।
उधर, पंजवारा में भी एक की मौत हुई है। मधेपुरा के मुरलीगंज प्रखंड में 2 दिन में तीन लोगों की मौत हुई है, जबकि करीब एक दर्जन का इलाज चल रहा है। इनमें से 2 लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है। एक मृतक के परिजन ने पुलिस को लिख कर दिया है कि उनका बेटा काफी दिनों से बीमार चल रहा था। इस कारण मौत हुई है।