अमेरिका। अंतरराष्ट्रीय समुदाय की तमाम अपीलों को दरकिनार कर यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद अब रूस और अमेरिका के बीच आरपार का संघर्ष होने की नौबत बनती दिख रही है.
अमेरिका और पश्चिमी देशों ने अब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में रूस की सख्त घेरेबंदी करते हुए चैप्टर 7 के तहत प्रस्ताव पेश किया है. इसके तहत नाटो को रूसी आक्रमण का जवाब देने के लिए सैन्य ताकत के इस्तेमाल का अधिकार दिया जाना है. इस प्रस्ताव पर आज ही वोटिंग होगी.
उधर, सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य होने के नाते रूस इस प्रस्ताव पर वीटो के लिए तैयार बैठा है. हालांकि अमेरिका आदि देशों ने इसका भी रास्ता निकाल रखा है. इस प्रस्ताव पर भारतीय समयानुसार आज रात करीब डेढ़ बजे वोटिंग होगी. अमेरिका और यूरोपीय देश इस प्रस्ताव को पास कराने के लिए यूएनएससी के 15 सदस्य देशों के बीच तगड़ी लॉबीइंग करने में जुटे हैं.
इसपर अमेरिका और रूस का रवैया तो बहुत स्पष्ट है, जबकि चीन इस वोटिंग के दौरान गैरहाजिर रह सकता है. भारत का रुख अभी तय नहीं है कि वह क्या करेगा. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन भारत और चीन दोनों पर जोर डाल रहे हैं कि वे इस प्रस्ताव के पक्ष में वोट देकर रूस को अलग-थलग करने में मदद करें.
समाचार एजेंसी यूएनआई के मुताबिक विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा है कि कोई भी स्टैंड लेने से पहले भारत ये देखेगा कि फाइनली इस प्रस्ताव में क्या रहता है. हमें बताया गया है कि इसके मसौदे में कुछ बदलाव होने हैं.