रांची। झारखंड में कोरोना तेजी से फैल रहा है। इसे नियंत्रण करने के लिए राज्य सरकार ने 15 जनवरी से स्कूल सहित शिक्षक संस्थानों को बंद कर दिया है। ऑनलाइन क्लास लेने का निर्देश दिया है। विद्यालय में कार्यरत शिक्षक/शिक्षिकाओं की 50 प्रतिशत उपस्थिति तय की है। बायोमैट्रिक उपस्थिति पर रोक लगा दी गई है। इन हालातों के बीच स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने शिक्षकों को नया टास्क सौंप दिया है।
शिक्षा सचिव सचिव राजेश शर्मा ने 04 जनवरी, 2022 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बैठक की थी। इसमें विद्यालय में कार्यरत शिक्षक/शिक्षिका को विद्यालय में नामांकित सभी छात्र-छात्रों का बैंक खाता खुलवाने का टास्क दिया गया है। संकलन कर प्रखंड कार्यालय को उपलब्ध कराने की बात कही है, ताकि सभी बच्चों के खाते में अविलम्ब मध्याह्न भोजन योजना की राशि भेजी जा सकें।
जानकारी हो कि राज्य के 32,62,878 विद्यार्थियों को DBT के माध्यम से करीब 253 करोड़ रुपए हस्तांतरित करने के लिए राशि निर्गत की जा चुकी है। राशि हस्तांतरण की समीक्षा के क्रम में पाया गया कि 20,73,011 छात्रों का बैंक खाता नहीं है। इसके अभाव में DBT के माध्यम से राशि हस्तांतरण की प्रक्रिया प्रारंभ नहीं की जा सकी है।
दरअसल, झारखंड राज्य मध्याह्न भोजन प्राधिकरण के Single Nodel Account (SNA) के रूप में एचडीएफसी बैंक की रांची मुख्य शाखा में खाता खोला गया है। इस बैंक की शाखा सुदूर ग्रामीण इलाकों में नहीं है। अब वहां बढ़ने वाले बच्चों का खाता खोलने में परेशानी आ रही है। स्थिति देखते हुए प्राधिकरण ने दूसरे बैंकों में भी खाता खोलने की सलाह दी है।