कजाकिस्तान। कजाकिस्तान की सरकार को तेल की कीमतों में बढ़ोतरी का लोगों से जमकर विरोध झेलना पड़ा है। बवाल इस कदर बढ़ा गया कि सरकार को इस्तीफा देना पड़ा है और देश में आपातकाल यानी इमरजेंसी लगा दी गई है। इसकी अवधि 5 जनवरी से 19 जनवरी तक है। विरोध प्रदर्शन को देखते हुए देश के राष्ट्रपति कसीम जोमार्ट टोकायव ने देश की वित्तीय राजधानी अल्माटी और मंगिस्टाऊ क्षेत्र में रात 11 से सुबह 7 बजे तक कर्फ्यू लगा दिया है।
हालात ऐसे थे कि कई जगहों पर पुलिस ने भीड़ का गुस्सा शांत करने के लिए लाठीचार्ज के साथ आंसू गैस का भी इस्तेमाल किया। आपातकाल की स्थिति के दौरान हथियारों, गोला-बारूद और शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. इसके साथ ही वाहनों सहित आवाजाही पर भी रोक लगा दी गई है।
इस देशव्यापी बवाल से जुड़े कई वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे हैं। इसमें कजाकिस्तान की जनता को सेना और पुलिस की गाड़ियों को रोकने के साथ उनमें आग लगाते हुई साफ देखा जा सकता है। देश में ईंधन की बढ़ी हुई कीमतों के विरोध में शुरू हुआ आंदोलन जल्द ही देश के सभी हिस्सों में फैल गया विरोध को देखते हुए राष्ट्रपति तोकायेव ने देश के नाम एक संबोधन में कहा, ‘सरकार और सेना के दफ्तरों पर हमलों का आह्वान पूरी तरह अवैध है। हम विवाद नहीं आपसी भरोसा और बातचीत चाहते हैं।’