रांची। प्रधानमंत्री में साथ हुई बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य सरकार ने स्वास्थ्य संसाधन को सुदृढ़ किया है। बेहतर प्रबंधन के जरिए कोविड-19 की तीसरी लहर को नियंत्रित करने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। इस कारण राज्य में अफरा-तफरी का माहौल नहीं है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि 25 दिसंबर से अब तक कोविड-19 की वजह से राज्य भर में 34 मौतें हुई हैं। इनमें से 24 वैसे लोग हैं, जिनकी उम्र 60 वर्ष से ज्यादा थी। इसके अलावा अन्य मृतक भी गंभीर बीमारी से पीड़ित थे। किसी भी व्यक्ति की मौत सिर्फ कोरोना की वजह से नहीं हुई है। मुख्यमंत्री ने आशंका जाहिर करते हुए कहा कि दो डोज ले चुके कुछ ऐसे भी लोग हैं, जिन्हें लगता है कि वे अब संक्रमित नहीं होंगे। इस वजह से वैसे लोग सार्वजनिक स्थलों, बाजार और सड़कों पर बिना एहतियात घूमते रहते हैं।
ऐसे लोगों की पहचान कर उनके मूवमेंट पर रोक लगाने के लिए रणनीति बनाने की जरूरत है। ऐसे लोगों के लिए भी बाहर आने-जाने पर आरटीपीसीआर टेस्ट अनिवार्य किया जाए। झारखंड में संक्रमण के ज्यादातर मामले राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों से आ रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में जल्द ही टीकाकरण का लक्ष्य हासिल कर लिया जाएगा।